बिहारः राज्यपाल ने राज्य विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित किया

बिहारः राज्यपाल ने राज्य विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित किया

बिहारः राज्यपाल ने राज्य विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित किया
Modified Date: November 29, 2022 / 04:17 pm IST
Published Date: February 26, 2022 12:00 am IST

पटना, 25 फरवरी (भाषा) बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने शुक्रवार को राज्य सरकार द्वारा महामारी से निपटने के प्रयासों, टीकाकरण अभियान और अन्य तमाम कदमों की सराहना की।

बिहार विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, ‘‘सरकार ने कोविड 19 के प्रतिकूल प्रभाव से निपटने और उसे कम करने की पूरी कोशिश की है। टीका कोविड के खिलाफ एक सुरक्षा कवच है और बिहार सरकार राज्य में टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए एक मिशन मोड पर काम कर रही है।’’

उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य में बड़े पैमाने पर कोविड-19 मामलों का पता लगाने और टीकाकरण के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं, राज्य में अब तक लगभग 11.88 करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका है।

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बिहार विधानमंडल का एक महीने का बजट सत्र शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ।

राज्यपाल ने आगे कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता कानून का शासन स्थापित करना है।

बिहार सरकार के विजन डॉक्यूमेंट ‘सात निश्चय’ के बारे में बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह आने वाले वर्षों में स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, रोजगार और महिला सशक्तिकरण सहित क्षेत्रों में राज्य सरकार का लक्ष्य हासिल करने का एक रोडमैप है।

बिहार में शराबबंदी के बारे में उन्होंने कहा कि राज्य में शराब के खिलाफ कानूनों को सख्ती से लागू किया जा रहा है।

राज्यपाल ने कहा कि दहेज और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ भी राज्य सरकार अपना अभियान जारी रखेगी।

राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भाकपा माले विधायक सत्यदेव राम ने उनके अभिभाषण का विरोध करते हुए सामानंतर अपना भाषण पढ़ा।

राम ने अपनी पार्टी के सदस्यों के समर्थन से राज्य में किसानों, मजदूरों और कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों को उठाया।

राज्यपाल के भाषण के बाद दोनों सदनों की अलग-अलग कार्रवाई के दौरान उन दिवंगत महानुभावों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी जिनका हाल ही में निधन हो गया था। दिवंगत हुई इन हस्तियों में बॉलीवुड गायिका लता मंगेशकर और देश के पहले प्रधान रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के भी नाम शामिल थे।

भाषा अनवर अर्पणा

अर्पणा


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