बिहार में धार्मिक स्थलों के पास सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें हुईं: एनसीआरबी

बिहार में धार्मिक स्थलों के पास सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें हुईं: एनसीआरबी

बिहार में धार्मिक स्थलों के पास सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें हुईं: एनसीआरबी
Modified Date: December 6, 2023 / 04:44 pm IST
Published Date: December 6, 2023 4:44 pm IST

पटना, छह दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक बिहार में पिछले साल धार्मिक स्थलों के पास सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 2,995 लोगों की जान चली गई।

एनसीआरबी द्वारा जारी देश में 2022 के दौरान आकस्मिक मृत्यु और आत्महत्या के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में बिहार में सड़क दुर्घटनाओं में 13.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में राज्य के ग्रामीण इलाकों में धार्मिक स्थलों के पास हुई सड़क दुर्घटनाओं में कुल 2258 लोगों (पुरुष-1791 और महिला-467) की जान चली गई। ये देश में सर्वाधिक हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश (686), झारखंड (525), तमिलनाडु (506), मध्य प्रदेश (340) और महाराष्ट्र (321) का स्थान है।

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रिपोर्ट में बताया गया कि 2022 में राज्य के विभिन्न जिलों में शहरी क्षेत्रों के धार्मिक स्थलों के पास हुई दुर्घटनाओं में कुल 737 (पुरुष 536 और महिला 201) लोगों की जान चली गई। यह भी पूरे देश में सर्वाधिक है। इसके बाद उत्तर प्रदेश ( 487), मध्य प्रदेश (308), महाराष्ट्र (284), तेलंगाना (278) का स्थान आता है।

पूरे राज्य में 2022 में दर्ज 10,801 सड़क दुर्घटनाओं में कुल 8,898 लोगों की मौत हो गई और 7,068 लोग घायल हुये, जबकि 2021 में 9,553 दुर्घटनाएं दर्ज की गई थीं।

सड़क दुर्घटना के मामलों में बिहार देश में 13वें स्थान पर रहा, जबकि 2021 में यह 15वें स्थान पर था।

रिपोर्ट में बताया गया कि 56 फीसदी दुर्घटनाओं में तेज रफ्तार के कारण हादसे हुये, जिसमें 4,868 लोगों की मौत हुई, जबकि 34.7 प्रतिशत दुर्घटनाएं खतरनाक और लापरवाह से वाहन चलाने के कारण हुये। राज्य में शराब के नशे में गाड़ी चलाने के दौरान हुई दुर्घटनाओं में 43 लोगों की जान चली गई ।

बिहार में अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था, जिसके तहत शराब के निर्माण, बिक्री या खपत पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 8,898 मौतों में से 3,926 मौतें राष्ट्रीय राजमार्गों पर और 2,032 मौते राज्य राजमार्गों पर हुईं।

राष्ट्रीय राजमार्गों पर दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए बिहार ने पहले ही एक समर्पित ‘राजमार्ग गश्ती बल’ की स्थापना करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसे राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों पर तैनात किया जाएगा।

भाषा अनवर खारी

खारी


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