बिहार : क्यूआर कोड आधारित फीडबैक प्रणाली से ग्रामीण सड़कों के रख-रखाव में आम लोगों की भागीदारी

बिहार : क्यूआर कोड आधारित फीडबैक प्रणाली से ग्रामीण सड़कों के रख-रखाव में आम लोगों की भागीदारी

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  • Publish Date - December 23, 2025 / 10:13 PM IST,
    Updated On - December 23, 2025 / 10:13 PM IST

पटना, 23 दिसंबर (भाषा) बिहार में ग्रामीण सड़कों के रख-रखाव को अधिक पारदर्शी, प्रभावी और जनभागीदारी आधारित बनाने के उद्देश्य से क्यूआर कोड आधारित फीडबैक प्रणाली की शुरुआत की गई है।

इस नयी व्यवस्था के तहत अब कोई भी व्यक्ति सड़क से संबंधित शिकायत या सुझाव सीधे ग्रामीण कार्य विभाग तक भेज सकता है।

ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख सह विशेष सचिव ई. निर्मल कुमार ने मंगलवार को विभाग के सभी कार्य प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंताओं को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (ई-मार्ग) के अंतर्गत क्यूआर कोड आधारित फीडबैक प्रणाली को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश जारी किए हैं।

अभियंता प्रमुख ने अपने निर्देश में कहा है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को और अधिक पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए अब ग्रामीण सड़कों के किनारे लगाए जाने वाले रख-रखाव सूचना बोर्ड पर संबंधित सड़क का क्यूआर कोड अंकित किया जा रहा है। इस क्यूआर कोड को स्कैन कर कोई भी नागरिक या सड़क का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति उस सड़क से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकता है।

उन्होंने बताया कि नागरिक सड़क पर बने गड्ढों, टूट-फूट या अन्य समस्याओं की तस्वीरें खींचकर फीडबैक के रूप में सीधे विभाग को भेज सकेंगे। यह डेटा कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) तकनीक के माध्यम से विश्लेषित किया जाएगा, जिससे इंजीनियरिंग स्टाफ के प्रदर्शन मूल्यांकन (पीई) में भी सहायता मिलेगी।

ई-मार्ग पोर्टल के माध्यम से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित प्रत्येक सड़क के लिए एक विशिष्ट क्यूआर कोड तैयार किया जाता है। इन क्यूआर कोड को सड़क किनारे लगे रख-रखाव सूचना बोर्ड पर लगाया जाएगा, जिन पर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में आवश्यक निर्देश अंकित होंगे।

भाषा

कैलाश

रवि कांत