भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन ने पटना के दो मंदिरों में की पूजा-अर्चना

भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन ने पटना के दो मंदिरों में की पूजा-अर्चना

भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन ने पटना के दो मंदिरों में की पूजा-अर्चना
Modified Date: December 24, 2025 / 11:15 am IST
Published Date: December 24, 2025 11:15 am IST

पटना, 24 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बिहार दौरे पर नितिन नवीन ने बुधवार को राजधानी पटना के दो मंदिरों में पूजा-अर्चना की।

भाजपा के नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी और अन्य नेताओं के साथ नितिन नवीन ने सबसे पहले शहर के बांस घाट के पास स्थित सिद्धेश्वरी काली मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने ऐतिहासिक गोलघर के पास स्थित मां अखंडवासिनी मंदिर में भी पूजा की।

भाजपा की बिहार इकाई के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘नितिन नवीन का पदभार ग्रहण करने के बाद बिहार के पहले दौरे पर मंगलवार को भव्य स्वागत किया गया। बुधवार सुबह उन्होंने काली मंदिर में दर्शन किए, जो हम सभी के लिए आस्था का केंद्र है और गोलघर के पास स्थित मंदिर में भी पूजा की। वह अपने बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और लोगों से भी संवाद करेंगे।”

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इकबाल ने यह भी बताया कि दिल्ली रवाना होने से पहले नितिन नवीन बुधवार को तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारे में भी दर्शन करेंगे।

नितिन नवीन को 14 दिसंबर को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और उन्होंने अगले दिन पदभार ग्रहण किया। बिहार दौरे के पहले दिन मंगलवार को उन्होंने पटना में हवाई अड्डे के पास स्थित अरण्य भवन से वीरचंद पटेल पथ पर भाजपा कार्यालय के निकट मिलर हाई स्कूल मैदान तक रोड शो का नेतृत्व किया।

इसके बाद मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित अभिनंदन समारोह में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आधिकारिक आवास पर शिष्टाचार मुलाकात भी की।

नितिन नवीन बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार के विधायक हैं। वह पूर्व में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।

भाषा कैलाश

गोला

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