पहले चरण का मतदान दर्शाता है कि लोगों में सरकार के खिलाफ गहरा असंतोष है: दीपांकर भट्टाचार्य

पहले चरण का मतदान दर्शाता है कि लोगों में सरकार के खिलाफ गहरा असंतोष है: दीपांकर भट्टाचार्य

पहले चरण का मतदान दर्शाता है कि लोगों में सरकार के खिलाफ गहरा असंतोष है: दीपांकर भट्टाचार्य
Modified Date: November 9, 2025 / 08:49 pm IST
Published Date: November 9, 2025 8:49 pm IST

पटना, नौ नवम्बर (भाषा) भाकपा (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने रविवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान यह दर्शाता है कि मतदाताओं में सरकार के खिलाफ गहरा असंतोष है।

भट्टाचार्य ने दावा किया कि 243 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का आंकड़ा “100 सीटों से नीचे” रह जाएगा।

भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनाव प्रचार के दौरान ‘कट्टा’ जैसे शब्दों के इस्तेमाल पर हैरानी जताई और इसे “अंडरवर्ल्ड की भाषा” बताया।

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उन्होंने कहा, “पहले चरण में उच्च मतदान यह संकेत देता है कि जनता सरकार के खिलाफ वोट दे रही है। बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन को 140 से 150 सीटें मिलेंगी और राजग की सीटें 100 से नीचे रह जाएंगी।”

प्रदेश में छह नवम्बर को पहले चरण में 121 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान में राज्य ने 65 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।

कांग्रेस नेताओं के ‘वोट चोरी’ संबंधी आरोपों का समर्थन करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार की जनता “इससे भलीभांति परिचित है” और “पहले चरण में इस तरह की कोशिशों का सक्रिय रूप से विरोध किया है।”

उन्होंने दावा किया कि “मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना” से लाभ न पाने वाली कई महिला मतदाताओं में असंतोष है।

भट्टाचार्य ने कहा, “जिन्हें इस योजना के तहत पैसा मिला है, वे भी जानती हैं कि यह चुनावी दिखावा मात्र है।”

उन्होंने बताया कि महिलाएं अब नारा लगा रही हैं — “10 हजार में दम नहीं, कर्ज माफी से कम नहीं।”

भाजपा के ‘घुसपैठिया’ दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए भट्टाचार्य ने कहा, “घुसपैठ अब इतना लचीला मुद्दा बन गया है कि जहां भी चुनाव होते हैं, वहां ‘घुसपैठिए’ मिल जाते हैं। भाजपा लोगों में डर फैलाने की कोशिश कर रही है।”

उन्होंने कहा, “अगर घुसपैठ होती भी है, तो उसे रोकना सरकार की जिम्मेदारी है।”

भाषा कैलाश

रंजन

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