‘इंडिया’ गठबंधन मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करता है: चिराग पासवान

‘इंडिया’ गठबंधन मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करता है: चिराग पासवान

‘इंडिया’ गठबंधन मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करता है: चिराग पासवान
Modified Date: October 24, 2025 / 11:31 am IST
Published Date: October 24, 2025 11:31 am IST

पटना, 24 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) और राष्ट्रीय जनता दल ( राजद ) नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि विपक्ष मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करता है, और उनके वास्तविक प्रतिनिधित्व से हमेशा किनारा करता है।

पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पासवान ने कहा, “ ‘इंडिया’ गठबंधन यादवों और सहनी समाज के नाम पर राजनीति कर रहा है, लेकिन मुसलमानों की बात वह केवल वोट के समय करता है। मुसलमानों की जनसंख्या बिहार में लगभग 18 फीसदी है, फिर भी ‘इंडिया’ गठबंधन ने किसी मुस्लिम नेता को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या किसी प्रमुख पद का उम्मीदवार नहीं बनाया।”

उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव, यादव समाज से हैं, जिनकी आबादी करीब 13 फीसदी है, जबकि मुकेश सहनी, साहनी समाज से आते हैं, जिनकी आबादी लगभग 2 फीसदी है। लेकिन 18 फीसदी मुस्लिम आबादी के बावजूद, मुसलमानों को सत्ता की भागीदारी से वंचित रखा गया है। ये लोग सिर्फ मुसलमानों को डराकर और भावनात्मक मुद्दों पर भड़का कर वोट लेना जानते हैं, उन्हें असली प्रतिनिधित्व देने की उनकी नीयत कभी नहीं रही।”

 ⁠

पासवान ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा “सहनी समाज के नाम पर राजनीति करने वाले मुकेश सहनी ने अपने समाज को भुला दिया है। उन्होंने केवल अपने लिए उपमुख्यमंत्री का पद मांगा, समाज के अधिकारों के लिए एक शब्द नहीं कहा। अब वह केवल स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं।”

लोजपा (रामविलास) प्रमुख ने कहा कि महागठबंधन जाति और धर्म के आधार पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है, जबकि केंद्र सरकार सभी वर्गों के लिए समान रूप से योजनाएं चला रही है।

उन्होंने कहा, “2005 में मेरे पिता रामविलास पासवान ने कहा था कि बिहार में मुख्यमंत्री मुस्लिम समाज से बनाया जाना चाहिए, लेकिन तब भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज भी मुसलमानों को सिर्फ वोट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।”

पासवान ने दावा किया कि अब मुसलमान भी समझ चुके हैं कि तेजस्वी यादव और उनके सहयोगी केवल चुनाव के वक्त उन्हें याद करते हैं, शासन और सत्ता में उन्हें कोई जगह नहीं देते।

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी तबकों के विकास के लिए काम कर रही है, जबकि महागठबंधन समाज को जाति और धर्म के आधार पर विभाजित करने की राजनीति कर रहा है।

भाषा कैलाश मनीषा

मनीषा


लेखक के बारे में