Bihar Budget 2025-26 | Source : Samrat Choudhary X
पटना। Bihar Budget 2025-26: आज बिहार की एनडीए गठबंधन की नीतीश कुमार की सरकार ने विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश कर दिया है। बिहार सरकार ने साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले सोमवार को 3.17 लाख करोड़ रुपये का अपना अंतिम बजट पेश किया। उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्रालय के प्रभारी सम्राट चौधरी ने राज्य विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश करते हुए दावा किया कि “वर्षों की अराजकता” के बाद बिहार को विकास के पथ पर लाने के लिए पिछले लगभग दो दशकों से नीतीश सरकार ने सफलतापूर्वक प्रयास किया है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि इस बजट का आकार पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 38,169 करोड़ रुपये अधिक है। उन्होंने सदन को बताया कि यह बजट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के कुशल नेतृत्व की शक्ति एवं दृष्टि है। उन्होंने कहा, समृद्ध और सशक्त भारत निर्माण के लिए निर्धारित विजन-2047 के साथ समृद्ध बिहार की परिकल्पना को साकार करने के हमारे प्रयासों को द्रुत गति प्रदान करने के उद्देश्य से मैं बिहार सरकार का बजट पेश कर रहा हूं। आप अवगत हैं कि वर्षों की अराजकता के बाद राज्य को विकास के पथ पर लाने हेतु पिछले लगभग दो दशकों से नीतीश सरकार ने सफलतापूर्वक प्रयास किया है।
सम्राट चौधरी ने कहा, आज बिहार के विकास के लिए हमारे प्रयासों को राज्य की जनता ने जनसमर्थन देकर सराहा है। इसके लिए हम उनका अभिनन्दन करते हैं। साथ ही, हमें अहसास है कि हमारी सरकार द्वारा वर्षों के अथक प्रयास से तैयार किए गए राज्य के विकास के लिए जरूरी मजबूत ढाँचा के आधार पर नये बिहार के निर्माण के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। राज्य के विकास के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दिए गए मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का संकल्प ‘न्याय के साथ विकास’ हमारे लिए प्रेरणादायी शक्ति का कार्य करती है।
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम के लिए एक हजार करोड़ रुपए
ग्राम और लघु उद्योग के लिए 395 करोड़ रुपए
बिजली कंपनियों के प्रोजेक्ट्स के लिए 75 करोड़ रुपए
परिवहन सेवा के लिए 30 करोड़ रुपए
सरकार कर्मचारियों के 39 करोड़ रुपए
वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल राजस्व व्यय 2 लाख 52 हजार करोड़ रुपए अनुमानित है, जो कुल खर्च का 79.52 फीसदी है। बिहार का बजट 3 लाख 17 हजार करोड़ हो चुका है। पिछले वित्तीय वर्ष से इस वित्तीय वर्ष का बजट 38 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ा है। इस बार 8 हजार 800 करोड़ से ज्यादा राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में 55 हजार 737 रुपए का लोन लिया जाना प्रस्तावित है।
बाजार समितियों को सशक्त किया जाएगा।
प्रखंड स्तर पर सब्जी बेचने का स्टॉल खोले जाएंगे।
सभी प्रखंडों में तरकारी उत्पादन समिति का गठन किया जाएगा।
पटना में महिला हाट खोले जाएंगे।
गरीब कन्याओं की शादी के लिए विवाह मंडप का निर्माण किया जाएगा।
महिलाओं के लिए जिम खोली जाएगी, जिसमें महिला ट्रेनर्स की भी मौजूदगी होगी।
महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट की स्थापना की जाएगी।
राज्य सरकार कंपनियों से कंप्रेस बायोगैस प्लांट की स्थापना करवाएगी। दवा उत्पादन कंपनियों के लिए प्रोत्साहन नीति बनेगी।
राज्य के प्रमुख शहरों में कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास की स्थापना करवाई जाएगी।
प्रवासी बिहारियों के लिए देश के कई शहरों में हेल्प सेंटर की स्थापना की जाएगी।
प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
बिहार में 108 नगर चिकित्सा केंद्र खुलेंगे, कैंसर रोगियों के लिए विशेष केयर सेंटर बनाए जाएंगे।
बेगूसराय में कैंसर अस्पताल बनवाया जाएगा।
ज्यादा पिछड़े स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप दर को दोगुना किया जाएगा।
एसी एसटी और पिछड़ा, अति पिछड़ा वर्ग की प्रोत्साहन राशि को दोगुना किया जाएगा।
राज्य के प्रमुख शहरों में महिलाओं के लिए पिंक बस सर्विस शुरू की जाएगी, इसमें ड्राइवर, कंडक्टर सभी महिला होंगी. महिला पर्यटक गाइड की नियुक्ति की जाएगी।
महिलाओं को ई-रिक्शा खरीदने के लिए मदद राशि दी जाएगी।
छठ पूजा के लिए होम स्टे की सुविधा के लिए सरकार मदद देगी।
पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा, अगले तीन महीने में फ्लाइस सर्विस शुरू होगी। राजगीर, सुल्तानगंज और रक्सौल में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनवाए जाएंगे। कुल 8 एयरपोर्ट बनेंगे।
महिला सिपाहियों को सरकार किराए पर आवास लेकर थाने के आसपास देगी।
2027 तक बिहार के किसी भी कोने से चार घंटे में पटना पहुंचने का टारगेट रखा गया है।