Bihar Political News Today: बिहार में भाजपा बनाएगी अपना मुख्यमंत्री? बिना नीतीश कुमार के भी सरकार बना सकती है? Image: File
पटना: Bihar Political News Today बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने शानदार जीत दर्ज करते हुए 202 सीटों पर कब्जा किया है। वहीं, प्रचंड जीत के बाद एनडीए ने नए सरकार के गठन की कवायद शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि एनडीए ने अपने सभी विधायकों को सोमवार को पटना तलब किया है। कहा जा रहा है कि सोमवार को आखिरी कैबिनेट की बैठक होगी, जिसके बाद नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर अब सियासी गलियारों में एक बात की चर्चा जोरों पर है कि नीतीश कुमार इस बार किस पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले हैं। साथ ही कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि सबसे बड़ी पार्टी बनकर आई भाजपा इस बार बिहार में अपना मुख्यमंत्री बना सकती है।
Bihar Political News Today बिहार में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 243 में से 89 सीटें अपने नाम किया है और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनाएगी। लेकिन इन दावों को जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने खारिज कर दिया है। संजय झा ने हाल ही में एक मीडिया संस्थान को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने तमाम अटलकों को खारिज कर दिया और कहा कि बिहार में एनडीए एकजुट है।
संजय झा ने साफ शब्दों में जवाब देते हुए कहा, “मैं इस तरह की अटकलों पर टिप्पणी नहीं कर सकता। समय आने पर सब स्पष्ट हो जाएगा। एनडीए के भीतर किसी तरह का कोई भ्रम नहीं है।” संजय झा ने कहा “डायनमिक्स वही रहेंगे। हम सब मिलकर काम कर रहे हैं और हमारे बीच बेहतरीन तालमेल है। इतनी बड़ी जीत के बाद हमारा फोकस सिर्फ यह है कि हम जनता के लिए डिलीवरी करें। केंद्र और राज्य के बीच संबंध पहले से ही बहुत अच्छे हैं।” उन्होंने कहा, “यह जीत एनडीए के एकजुट होकर लड़ने का नतीजा है। इसमें चिराग पासवान भी शामिल हैं। अगर सभी गठबंधन साझेदार एकसाथ नहीं होते, तो 200 का आंकड़ा पार करना संभव नहीं था।”
बता दें कि भाजपा और जेडीयू के अलावा एनडीए में शामिल चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास ) को 19 सीटें मिली हैं। वहीं, जीतनराम मांझी की हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) को पांच सीटें, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा चार सीटें जीतने में सफल रही है। ऐसे में यह संख्या 202 तक पहुंच जाती है।
वहीं, इस चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। लालू यादव की पार्टी को सिर्फ 25 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। वहीं सहयोगी दल कांग्रेस को छह सीटें मिली हैं। इसके अलावा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन को दो सीटें मिली हैं। असदुद्दीन औवेसी की पार्टी एआईएमआईएम पांच सीटें जीतने में कामयाब रही है। इसके अलावा इंडियन इन्क्लुसिव पार्टी (IIP), माकपा और बहुजन समाज पार्टी को एक-एक सीट मिली है।