भारत 12 साल बाद फिर बनेगा विश्व चैंपियन!

ये हैं भारत के 'पॉवरफुल-15 - रोहित शर्मा- कप्तान, हार्दिक पंड्या- उपकप्तान, विराट कोहली, शुभमन गिल, के एल राहुल, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, आर अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और शार्दुल ठाकुर

भारत 12 साल बाद फिर बनेगा विश्व चैंपियन!
Modified Date: October 4, 2023 / 04:30 pm IST
Published Date: October 4, 2023 4:30 pm IST

साल 2019 के क्रिकेट विश्वकप में सिर्फ कुछ इंच के फासले से भारत खिताब से चूक गया। तब न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला और धोनी का वो रन आउट कोई भूल नहीं पाएगा जब एक डायरेक्ट थ्रो ने ना सिर्फ विकेट की गिल्लियां बिखेरी थी बल्कि करोड़ों भारतवासियों के दिलों के अरमान तोड़ दिए थे.. धोनी के बल्ले और क्रीज के बीच के उस डेढ़ इंच के फासले ने ना सिर्फ भारत को विश्वकप से बाहर कर दिया बल्कि, तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने का ख्वाब भी अधूरा रह गया.. अब चार साल बाद क्या वो अधूरे ख्बाव पूरे होंगे, क्या भारत 12 साल बाद फिर क्रिकेट के सरताज बन पाएगा… क्या रोहित के रणबांकुरे इस बार भारत को विश्व चैंपियन बना पाएंगे.. आज ‘व्यासवाणी’ में इसी की चर्चा करते हैं।

भारत में क्रिकेट का महाकुंभ

5 अक्टूबर से ICC विश्वकप 2023 का आगाज हो रहा है, अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड और पिछली बार की उप विजेता न्यूजीलैंड के बीच पहला मुकाबला खेला जाएगा। 19 नवंबर को इसी स्टेडियम में फाइनल खेला जाएगा। तय है अगले डेढ़ महीने पूरी दुनिया पर क्रिकेट के महाकुंभ की खुमारी छाई रहने वाली है, खासकर भारत में, जो पहली बार क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी अकेले कर रहा है। टीम इंडिया अपने अभियान का आगाज 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगी। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को वनडे सीरिज में 2-1 से हराने के बाद भारतीय टीम के हौसले बुलंद हैं और इस मुकाबले में भी भारत की नजरें जीत पर होंगी।

मेजबान का पलड़ा भारी

विश्वकप 2023 को जीतने के लिए भारत की दावेदारी सबसे दमदार है। टीम इंडिया इस वक्त टेस्ट, वनडे और टी-20 तीनों ही फॉर्मेट में नंबर एक रैंकिंग के साथ क्रिकेट की किंग है। ये पहला मौका है जब टीम इंडिया तीनों ही फॉर्मेट में नंबर-1 है। जाहिर है पिछले कुछ समय से भारत ने शानदार क्रिकेट खेला है। भारत की दावेदारी इसलिए भी दमदार है कि विश्वकप का आयोजन भारतीय सरजमीं पर हो रहा है। घरेलू मैदान और घरेलू पिच की फेवरेबल प्लेइंग कंडीशन के साथ ही मैच के दौरान भारत को घरेलू दर्शकों का भी भरपूर समर्थन मिलेगा। बड़ी टीमों के खिलाफ मैदान पर मौजूद दर्शकों का जोश टीम इंडिया को मानसिक तौर पर ज्यादा मजबूती देगा। वहीं मौसम और दूसरे प्लेइंग कंडीशन भी भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए ज्यादा मुफीद रहेगा, हालांकि मौसम का फायदा एशिया की अन्य टीमों को भी मिलेगा।

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सबसे मजबूत लाइनअप

भारतीय टीम का लाइनअप इस वक्त सबसे मजबूत नजर आ रहा है, ओपनर्स अच्छी और तेज शुरुआत दे रहे हैं, मिडल ऑर्डर की गहराई किसी भी विपक्षी टीम के गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकता है, ऑलराउंडर्स भी अच्छे टच में नजर आ रहे हैं। ऐसे में ये टीम दुनिया की किसी भी टीम को माते देने का माद्दा रखती है। बात बल्लेबाजी की करें तो कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल की ओपनिंग जोड़ी पिछले कई मैचों में अच्छी और बड़ी साझेदारी कर रही है। रोहित जहां आक्रामक अंदाज में खेलते हैं तो गिल का बल्ला इस वक्त अलग रंग में दिखता है, वो इस साल वनडे में पांच शतक लगा चुके हैं। टीम इंडिया के ‘प्रिंस’ शुभमन गिल इस समय प्रचंड फॉर्म में है, लिहाजा गिल इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं।

विराट पर रहेगा दारोमदार

भारतीय टीम के लिए सबसे सुखद ये है कि पूर्व कप्तान विराट कोहली का बल्ला फिर से वैसी ही आग उगल रहा है कि जिसके लिए वो जाने जाते हैं, बीच में लंबे अंतराल तक उनका बल्ला शांत था। रन मशीन विराट के बल्ले से रन निकल नहीं रहे थे, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 विश्वकप की वो यादगार पारी कोई कैसे भूल सकता है। उसके बार विराट अलग रंग में नजर आते हैं, कप्तानी के प्रेशर से मुक्त विराट अब खुलकर बेहतरीन अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं। ऐसे में इस विश्व कप में उनकी भूमिका टीम में बहुत महत्वपूर्ण रहने वाली है। वहीं पिछले दिनों चोट और खराब फॉर्म से जूझ रहे केएल राहुल भी फिर से फॉर्म में लौट आए हैं। एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाकर राहुल ने टीम में ना सिर्फ जगह पक्की की बल्कि टीम को मजबूती भी मिली है। इधर, सूर्यकुमार यादव का अलहदा अंदाज उन्हें हालिया क्रिकेट का सबसे विस्फोटक बल्लेबाज बनाता है, उनके 360 डिग्री वाले शॉट्स किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकता हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रेयस अय्यर ने शतक लगाकर मिडल ऑर्डर में अपनी जगह पक्की कर ली है। साथ ही ईशान किशन भी अच्छे फॉर्म में हैं। कुल मिलाकर टीम मैनेजमेंट और कप्तान को प्लेइंग इलेवन और खासकर बल्लेबाजी क्रम तय करने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी।

गेंदबाजी में भी धार

भारतीय पिचों पर टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों भी कहर ढाने को तैयार हैं। एशिया कप में शानदार प्रदर्शन की बदौलत युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज इस वक्त दुनिया के नंबर 1 गेंदबाज हैं। फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ उनका स्पेल चौंकाने वाला था। दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों को भी सिराज अपनी गेंदों से परेशान करेंगे। वहीं स्विंग मास्टर बूम बूम बुमराह भी चोट से पूरी तरह उबर चुके हैं। उनकी स्विंग लेती गेंदों को खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं। भारतीय पेस अटैक को और धार देने के लिए मोहम्मद शमी भी तैयार हैं, टीम के सबसे अनुभवी पेसर शमी का ये आखिरी विश्वकप भी हो सकता है लिहाजा वो इसे यादगार बनाना चाहेंगे।

ऑलराउंडर्स भी हैं दमदार

भारतीय टीम की बड़ी ताकत है उसके ऑलराउंडर्स, ये खिलाड़ी कभी भी किसी भी मैच का रुख बदलने का माद्दा रखते हैं। इनमें सबसे खास हैं टीम के उपकप्तान हार्दिक पंड्या, जो बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग हर क्षेत्र में कमाल खेलते हैं। कंडीशन और जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजी करने के साथ ही 140 KMPH से ज्यादा की गति से गेंदबाजी कर टीम को ब्रेक थ्रू दिलाते हैं। वहीं, सर रविंद्र जडेजा भी टीम इंडिया की सबसे अहम कड़ी हैं, स्पिन के जाल में विरोधी बल्लेबाजों को फांस लेते हैं, तो बल्ले से भी जोहर दिखाते हैं। दुनिया की कोई भी टीम चाहेगी की जडेजा जैसे फील्डर उनकी टीम में शामिल हों। शार्दुल ठाकुर को भी ऑलराउंडर की भूमिका में टीम में जगह दी गई है।

फिरकी के जादूगर

भारतीय पिच आमतौर पर स्पिनर्स के लिए मुफीद माने जाते हैं, हालांकि इस बार देश के मैदानों की पिच को तेज गेंदबाजों के लिए भी मददगार बनाया जा रहा है, लेकिन टर्न लेते पिच पर स्पिनर्स भी भूमिका अहम हो जाती है, ऐसे में दुनिया के सबसे अनुभवी स्पिनर्स में से एक रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया के स्पिन अटैक की कमान संभालेंगे। संभवतः अपना आखिरी विश्वकप खेलने वाले अश्विन इस वर्ल्ड कप को अपने प्रदर्शन से यादगार बनाना चाहेंगे। स्पिन अटैक में अश्विन का साथ देंगे रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल।

चुनौती भी है दमदार

भारतीय टीम अच्छे फॉर्म में है लेकिन विश्वकप में उतरने वाली सारे टीमें अपने बेहतरीन खिलाड़ियों को मैदान में उतारेगी ऐसे में भारत की राह इतनी आसान भी नहीं रहने वाली। डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड भी विश्वकप के प्रमुख दावेदारों में से एक है, अंग्रेज बल्लेबाज और गेंदबाज अच्छी फॉर्म में हैं। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम भी बड़े टुर्नामेंट में खतरनाक हो जाती है। उधर पिछले विश्वकप के फाइनल में टाई के बावजूद कम बाउंड्री लगाने की वजह से मिली हार के दर्द को भूलकर न्यूजीलैंड भी पूरा जोर लगाती नजर आएगी। पाकिस्तान किसी भी टुर्नामेंट में भारत के खिलाफ सबसे आक्रामक अंदाज में खेलता है, ऐसे में 14 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान के बीच हाईवोल्टेज मुकाबला देखने को मिलेगा। वहीं बांग्लादेश, अफगानिस्तान जैसी टीमें भी किसी भी टीम को उलटफेर का शिकार बना सकती हैं।

ये हैं भारत के ‘पॉवरफुल-15’

रोहित शर्मा- कप्तान, हार्दिक पंड्या- उपकप्तान, विराट कोहली, शुभमन गिल, के एल राहुल, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, आर अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और शार्दुल ठाकुर

रोहित रचेंगे इतिहास!

कप्तान रोहित शर्मा के लिए ये विश्वकप अहम है। कप्तान के तौर पर ये उनका पहला वनडे विश्वकप है और संभवतः आखिरी भी, ऐसे में रोहित शर्मा भी इस विश्वकप को खुद के लिए यादगार बनाना चाहेंगे। वर्तमान परिस्थितियों में उनका बल्ला भी पूरे रंग में हैं, टीम के अहम खिलाड़ी भी जबरदस्त फॉर्म में हैं, टीम इंडिया इस वक्त दुनिया की नंबर एक टीम है, विश्वकप भारतीय सरजमीं पर हो रहे हैं.. यानी वो सारे फैक्टर इस वक्त टीम इंडिया के फेवर में हैं जो उसे विश्व चैंपियन बना सकता है। अगर ऐसा होता है तो भारत 12 साल बाद फिर क्रिकेट विश्वकप विजेता बनेगा और कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी के बाद रोहित शर्मा तीसरे कप्तान होंगे जो विश्वकप की ट्रॉफी उठाएंगे।


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