गोवा: पर्यटकों को दूधसागर प्रपात के पास जाने से रोका गया, लोगों से रेल पटरियों पर न चलने की अपील

गोवा: पर्यटकों को दूधसागर प्रपात के पास जाने से रोका गया, लोगों से रेल पटरियों पर न चलने की अपील

Modified Date: July 16, 2023 / 08:04 pm IST
Published Date: July 16, 2023 8:04 pm IST

पणजी, 16 जुलाई (भाषा) गोवा पुलिस और वन विभाग ने रविवार को उन सैकड़ों पर्यटकों को रोक दिया जो रमणीय दूधसागर जलप्रपात तक पहुंचने के लिए रेल पटरियों पर चल रहे थे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

गोवा सरकार ने पिछले सप्ताह ही संगुएम तालुका के मैनापी झरने में दो लोगों के डूबने के बाद लोगों के जलप्रपात तक जाने पर रोक लगा दी थी।

दूधसागर जलप्रपात गोवा-कर्नाटक सीमा पर स्थित है, और नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद जंगल से होकर जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है।

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दक्षिण गोवा के कोलम स्टेशन पर उतरने के बाद सैकड़ों पर्यटकों ने दूधसागर तक पहुंचने के लिए दक्षिण-पश्चिम रेलवे लाइन की पटरियों पर चलने की कोशिश की।

इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस और वन विभाग के कर्मियों ने सभी पर्यटकों को जलप्रपात से काफी पहले ही रोक दिया।

उन्होंने कहा कि पर्यटक झरने तक पहुंचने के लिए रेल लाइन के किनारे 11 किलोमीटर पैदल चलने की तैयारी कर रहे थे।

घटना के बाद, दक्षिण पश्चिम रेलवे ने एक ट्वीट कर लोगों से पटरियों के किनारे न चलने का अनुरोध किया।

दक्षिण पश्चिम रेलवे ने ट्वीट किया, ‘‘हम आपसे रेल डिब्बे के भीतर से ही दूधसागर जलप्रपात की सुंदरता का आनंद लेने का आग्रह करते हैं। पटरियों पर/इनके किनारे चलना न केवल आपकी अपनी सुरक्षा के लिए खतरनाक है, बल्कि रेलवे अधिनियम की धारा 147, 159 के तहत भी अपराध है। इससे रेलगाड़ियों की सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है।’’

भाषा धीरज नेत्रपाल

नेत्रपाल


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