अमीरों के लिए महंगा हुआ पेट्रोल, प्रति लीटर देना होगा 100 रुपए ज्यादा, यहां सरकार ने लिया बड़ा फैसला

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम में पिछले महीने के आखिरी पखवाड़े में 22.20 रुपये की बढ़ोतरी का फैसला किया गया था। इसके बाद देश में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 272 रुपये प्रति लीटर हो गई थी।

अमीरों के लिए महंगा हुआ पेट्रोल, प्रति लीटर देना होगा 100 रुपए ज्यादा, यहां सरकार ने लिया बड़ा फैसला

Petrol price in pakistan

Modified Date: March 22, 2023 / 11:52 am IST
Published Date: March 22, 2023 11:47 am IST

Petrol price in pakistan: अमीरो को अब वाहन ईंधन यानी डीजल और पेट्रोल के लिए गरीब और मध्यम वर्ग के मुकाबले अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे। उन्हें अब प्रति लीटर सौ रूपये अधिक भुगतान करना होगा। ऐसा कायदा देश को ईंधन और वित्तीय संकट से उबारने के लिए लागू किया जा रहा हैं, और ऐसा अजब प्रयोग करने वाला देश कोई और नहीं बल्कि पडोसी मुल्क पकिस्तान हैं।

स्कूटी की अजब चाहत… बोरे में 90 हजार के सिक्के भरकर पहुंचा शो रूम, गिनने में कर्मचारियों के छूटे पसीने

दरअसल रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम में पिछले महीने के आखिरी पखवाड़े में 22.20 रुपये की बढ़ोतरी का फैसला किया गया था। इसके बाद देश में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 272 रुपये प्रति लीटर हो गई थी। हालाँकि तेल कंपनिया सर्कार पर लगातार ईंधन के दाम बढ़ने का दबाव बना रही हैं। दूसरी तरफ आईएमएफ ने भी इस मामले पर अपन्मी शर्ते पकिस्तान पर थोप दी हैं। ऊर्जा और वित्त जैसे दोहरे संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने अब अमीरो से ज्यादा पैसे ऐंठने की योजना को अमलीजामा पहनाना शुर कर दिया हैं। फिलहाल कर्ज के लिए पकिस्तान दर-दर भटकता हुआ नजर आ रहा हैं।

 ⁠

आज से चैत्र नवरात्रि और हिंदू नववर्ष की शुरुआत, पहले दिन इन मंदिरों में उमड़ी भीड़, दर्शन करने पहुंचे लाखों श्रद्धालु

Petrol price in pakistan: बात करें साल 2016 से 2022 तक तो इन सात सालों में पाकिस्‍तान का चालू खाता घाटा 74.5 अरब डॉलर था। जबकि इन सात सालों के दौरान स्टेट बैंक का विदेशी मुद्रा भंडार 3.6 अरब डॉलर तक गिर गया। इसका मतलब साफ है कि पाकिस्‍तान को 70.0 अरब डॉलर के वित्‍तीय मदद की जरूरत है। वहीं उसने 65 अरब डॉलर का कर्ज लिया हुआ है। विदेशी निवेश इतना नहीं है कि वह घाटे को कम कर सकता। ऐसे में सरकार को आर्थिक मदद मांगना ही बेहतर लगा। विदेशी लेनदार पाकिस्‍तान को और कर्ज नहीं देना चाहते थे। इसका नतीजा था कि पाकिस्तान का बाहरी सेक्‍टर अस्थिर हो गया है।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक


लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown