#SarkarOnIBC24: विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों की पैनी नजर, आधी आबादी की सबको दरकार? देखें चुनावी खबरों का बुलेटिन ‘सरकार’

SarkarOnIBC24: पार्टी नेताओं का कहना है कि मातृ शक्ति को सशक्त करने के लिए प्लानिंग की जा रही है... जल्द ही औपचारिक घोषणा भी की जाएगी.. तो वहीं आप की तैयारियों पर कांग्रेस और बीजेपी हमलावर हैं।

#SarkarOnIBC24: विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों की पैनी नजर, आधी आबादी की सबको दरकार? देखें चुनावी खबरों का बुलेटिन ‘सरकार’
Modified Date: September 22, 2023 / 12:00 am IST
Published Date: September 22, 2023 12:00 am IST

#SarkarOnIBC24: भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों की पैनी नजर हर एक वर्ग पर है…आधी आबादी को साधने के लिए भी सभी जतन किए जा रहे हैं…आर्थिक सहायता, कम दाम में गैस सिलेंडर और तरह-तरह की योजना और तैयारियां सियासी दल लगातार कर रहे हैं.. आम आदमी पार्टी का भी पूरा फोकस महिलाओं पर है… इनके लिए विशेष सौगात ऐलान करने की खातिर आम आदमी पार्टी दूसरे राजनीतिक दलों की घोषणाओं का अध्ययन कर रही है.. ताकि, उनका तोड़ ढूंढा जा सके.. पार्टी नेताओं का कहना है कि मातृ शक्ति को सशक्त करने के लिए प्लानिंग की जा रही है… जल्द ही औपचारिक घोषणा भी की जाएगी.. तो वहीं आप की तैयारियों पर कांग्रेस और बीजेपी हमलावर हैं।

वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को औंधे मुंह गिरा कर बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक बीजेपी के कुछ दिग्गज नेताओं लिए परेशानी बनते नजर आ रहे हैं… महाराज और उनके समर्थकों की वजह से ग्वालियर-चंबल में इन नेताओं का भविष्य अधर में लटक गया। ग्वालियर-चंबल में एक या दो नहीं… बल्कि ऐसे नेताओं की बड़ी लिस्ट है.. जिनका राजनीतिक जीवन सिंधिया समर्थकों की वजह से हाशिये पर आ चुका है।

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जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक बीजेपी में आए हैं, तब से बीजेपी तीन खेमों में बंटी नजर आ रही है.. कथित तौर पर पहला खेमा शिवराज बीजेपी का है, दूसरा खेमा महाराज बीजेपी का है और तीसरा खेमा नाराज बीजेपी का…आज भी शिवराज बीजेपी और महाराज बीजेपी में तो कोशिश कर सामंजस्य बिठाया जा रहा है। वहीं, नाराज बीजेपी इस सामंजस्य से दूर दिख रही है। सिंधिया समर्थकों वाली सीटों में बीजेपी के कई कद्दावर नेता टिकट की आस में हैं.. लेकिन सिंधिया समर्थकों की वजह से उनको टिकट मिलने में संशय है।

आइये जानते हैं कि ऐसे कौन से बीजेपी के दिग्गज हैं,जिनका राजनीतिक भविष्य सिंधिया समर्थकों की वजह से संकट में है।

– ग्वालियर विधानसभा सीट में साल 2020 उपचुनाव में बीजेपी के दिग्गज नेता जय भान सिंह पवैया का टिकट काटकर सिंधिया समर्थक प्रद्युम्न सिंह तोमर को टिकट दिया गया था.. ऐसे में अब फिर जयभान सिंह पवैया को मनाना बीजेपी के लिए मुश्किल भरा हो सकता है।

– मेहगांव विधानसभा सीट पर बीजेपी के दो कद्दावर नेता मुकेश चौधरी और राकेश शुक्ला नजर गड़ाए हुए हैं। यहां 2020 के उपचुनाव में सिंधिया समर्थक ओपीएस भदौरिया को जीत मिली थी.. अगर फिर ओपीएस भदौरिया को टिकट मिलता है.. तो इन दोनों नेताओं को मनाना बड़ी चुनौती होगी।

– मुरैना विधानसभा सीट में 2020 के उपचुनाव में सिंधिया समर्थक रघुराज सिंह कंसाना को बीजेपी ने टिकट दिया था.. लेकिन वो चुनाव हार गए। अगर कंसाना को फिर टिकट मिलता है तो पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह समेत दूसरे नेताओं को BJP कैसे शांत रख पाएगी।

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– दिमनी विधानसभा सीट पर 2020 के उपचुनाव में सिंधिया समर्थक गिर्राज दंडोतिया को टिकट मिला.. लेकिन वो यहां से हार गए थे। दंडोतिया फिर से टिकट लेने की जुगत में है। ऐसे में पूर्व विधायक शिवमंगल सिंह को मनाना बीजेपी के लिए चुनौती भरा होगा।

– गोहद विधानसभा से लाल सिंह आर्य बीजेपी का एक मजबूत चेहरा हैं… पार्टी ने रणवीर जाटव का टिकट काट कर उन्हें उम्मीदवार भी बना दिया है। कहा जा रहा है, रणवीर जाटव लाल सिंह के खिलाफ माहौल बना रहे हैं।

हालांकि लाल सिंह आर्य सब कुछ ठीक बता रहे हैं।

साल 2020 के उपचुनाव में सरकार बनाने की तिकड़म में कई BJP नेताओं से उनकी सियासी जमीन छिन गई थी.. और टिकट में सिंधिया समर्थकों को तरजीह मिली थी..अब फिर चुनाव आ गए हैं.. और टिकट को लेकर हालात टकराहट के हो सकते हैं.. और जिन्हें टिकट नहीं मिलेगा, सियासी जमीन के फिसलने का नुकसान भी झेलना होगा।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com