यहां 1 फरवरी से घर से निकलने पर रोक! स्कूल-कॉलेज भी होंगे बंद, बिना वैक्सीन वालों पर बढ़ी सख्ती

पूरे देश में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। राजस्थान में भी कोरोना का कहर जारी है। इस बीच राजस्थान सरकार ने सख़्ती बढ़ाने का फ़ैसला किया है।

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  • Publish Date - January 1, 2022 / 08:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:46 PM IST

जयपुर, 01 जनवरी 2022। ban on leaving home: पूरे देश में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। राजस्थान में भी कोरोना का कहर जारी है। इस बीच राजस्थान सरकार ने सख़्ती बढ़ाने का फ़ैसला किया है। सिर्फ एक ही दिन यानी अकेले शनिवार को ही जयपुर में कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन के क़रीब 200 मामले सामने आए हैं। पिछले छह महीनों में यह आंकड़ा सबसे ज़्यादा है।

आज राजस्थान में ओमिक्रॉन के कुल 52 नए केस सामने आए हैं, इनमें से जयपुर से 38 केस, प्रतापगढ़, सिरोही, बीकानेर से 3-3 केस, जोधपुर से 2 और अजमेर, सीकर और भीलवाड़ा से 1-1 नये केस सामने आए हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों से कहा है कि जनवरी तक पूरी आबादी को दोनों डोज़ लगा दिए जाएं। और जो लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहा हैं, उनके घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाने का नियम बनाया जाए। उन्होंने कहा है कि 1 फरवरी से बिना वैक्सीन वालों को घर से बाहर निकलने पर रोक लगाई जाएगी।

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ban on leaving home

3 जनवरी को कोरोना के बढ़ते मामलों की समीक्षा की जाएगी और स्कूल कॉलेज बंद करने पर भी फ़ैसला लिया जाएगा। राजस्थान सरकार ने नए साल के जश्न पर पाबंदी नहीं लगाई थी, जिसकी वजह से पूरे जयपुर में नए साल की खूब पार्टियां हुईं, सिर्फ दिसंबर में ही 6 लाख टूरिस्ट जयपुर आए हैं, राजस्थान सरकार कल तक छूट ख़त्म कर, नई पाबंदियां लागू कर सकती है।

नए साल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालू बिना मास्क के मंदिरों में आए हैं, जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण फैलने का ख़तरा बढ़ा है। कल से राजस्थान पुलिस सड़क पर रहेगी और बिना मास्क निकालने वालों का चालान किया जाएगा, जयपुर के मोती डूंगड़ी और गोविंद देवजी जैसे बड़े मंदिरों ने कल से सिर्फ दोनों डोज़ वैक्सीन लगाने वाले श्रद्धालुओं को ही मंदिर में एंट्री देने का फ़ैसला किया है।

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धार्मिक आयोजनों और राजनीतिक रैलियों में भी शामिल होने वाले लोगों की संख्या सीमित की हुई है, यहां 200 से ज़्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते, वरना 10,000 का जुर्माना लगाया जाएगा। लेकिन इसका पालना होते कहीं नहीं दिख रहा है। राजनेताओं की सभाएं भी हो रही हैं और मंदिरों में आयोजन भी हो रहे हैं, मेहंदीपुर बालाजी और खाटू श्याम जी जैसे राजस्थान के बड़े मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है।