नई दिल्ली।नई संसद में बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में अंतरिम बजट पेश कर दिया है। इस बजट में तीन-महीने तक खर्च होने वाली राशि का लेखा-जोखा है। चुनावी साल होने के चलते मोदी सरकार के बजट से कई उम्मीदें लगाई जा रही थी। हालांकि, सरकार ने ज्यादा बड़े ऐलान नहीं किए हैं। इसी बीच आज पेश हुए बजट में मालदीव से जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने 2024 के अंतरिम बजट में लक्षद्वीप को लेकर बड़ी घोषणा की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा, कि सरकार केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए उसके बुनियादी ढांचे में सुधार पर पूरा जोर देगी। इसके अलावा सरकार पूरे देश भर में पर्यटन क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश करेगी। इतना ही नहीं घरेलू पर्यटन के प्रति लोगों के बढ़ते उत्साह पर खरा उतरने के लिए लक्षद्वीप सहित हमारे अन्य द्वीप समूहों में भी पोर्ट कनेक्टिविटी, टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर और सुख-सुविधाओं के लिए परियोजनाएं शुरू की जाएंगी. इससे रोजगार पैदा करने में भी मदद मिलेगी।
दरअसल, पिछले साल सितंबर में मालदीव में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मोहम्मद मुइज्जू ने शानदार जीत हासिल की थी। मुइज्जू और उनकी पार्टी पीपुल्स नेशनल कांग्रेस को चीन समर्थक के रूप में देखा जाता है। मालदीव के राष्ट्रपति अक्सर सबसे पहला दौरा भारत का करते थे। लेकिन, मुइज्जू ने इस परंपरा को तोड़ते हुए सबसे पहले तुर्की का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने भारत सरकार से मालदीव में मौजूद भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा ता। इसी बीच पीएम मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया और उन्होंने लक्षद्वीप की तारीफ में कुछ फोटो पोस्ट करते हुए भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दिया था।
पीएम मोदी ने जब लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर कीं तो लोगों ने इसे मालदीव के विकल्प के तौर पर पेश किया। इसके बाद मालदीव के मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद भारत ने नई दिल्ली में मौजूद मालदीव के राजदूत को तलब किया था। मालदीव के साथ जारी राजनयिक विवाद के बीच लोग लक्षद्वीप को ऑप्शनल टूरिस्ट प्लेस के रूप में देख रहे हैं. ऐसे में अंतरिम बजट में लक्षद्वीप के लिए की गई घोषणा बहुत ही मायने रखती है।