भारत में दुनिया की सबसे बड़ी बैटरी ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं में से एक का निर्माण करेगा अदाणी समूह

भारत में दुनिया की सबसे बड़ी बैटरी ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं में से एक का निर्माण करेगा अदाणी समूह

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  • Publish Date - November 11, 2025 / 12:57 PM IST,
    Updated On - November 11, 2025 / 12:57 PM IST

नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) अदाणी समूह ने बैटरी ऊर्जा भंडारण क्षेत्र में प्रवेश की मंगलवार को घोषणा की। समूह की गुजरात के खावड़ा में 1,126 मेगावाट/ 3,530 मेगावाट बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) स्थापित करने की योजना है जो भारत की सबसे बड़ी एवं दुनिया की सबसे बड़ी एकल-स्थान भंडारण परियोजनाओं में से एक होगी।

समूह ने बयान में कहा कि 700 से अधिक बीईएसएस कंटेनर वाली इस सुविधा के मार्च 2026 तक चालू होने की उम्मीद है। यह खावड़ा नवीकरणीय ऊर्जा परिसर का हिस्सा होगी जिसे विश्व का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र बताया जा रहा है।

बीईएसएस परियोजना की विद्युत क्षमता 1126 मेगावाट और ऊर्जा क्षमता 3530 मेगावाट होगी। इसका मतलब है कि बीईएसएस 3530 मेगावाट ऊर्जा संग्रहित करने में सक्षम होगी जिससे 1126 मेगावाट की विद्युत क्षमता लगभग तीन घंटे बढ़ जाएगी।

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, ‘‘ ऊर्जा भंडारण अक्षय ऊर्जा आधारित भविष्य की आधारशिला है। इस ऐतिहासिक परियोजना के साथ, हम न केवल वैश्विक मानक स्थापित कर रहे हैं बल्कि भारत की ऊर्जा स्वतंत्रता एवं स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी सुदृढ़ कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि यह पहल समूह को बड़े पैमाने पर विश्वसनीय, स्वच्छ एवं किफायती ऊर्जा समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाएगी।

समूह ने बयान में कहा कि वह वित्त वर्ष 2026-27 तक अपनी भंडारण क्षमता को 15 गीगावाट घंटा और पांच वर्ष के भीतर 50 गीगावाट घंटा तक बढ़ाने की योजना बना रहा है जो बड़े पैमाने पर स्वच्छ ऊर्जा अवसंरचना में उसकी महत्वाकांक्षाओं को रेखांकित करता है।

इस रणनीतिक प्रवेश के साथ, अदाणी समूह बड़े पैमाने पर भंडारण अवसंरचना में निवेश करने वाले वैश्विक ऊर्जा दिग्गजों की श्रेणी में शामिल हो गया है जो भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा में एक परिवर्तनकारी क्षण को चिह्नित करता है।

अहमदाबाद में मुख्यालय वाला अदाणी समूह ऊर्जा, रसद, धातु एवं उपभोक्ता क्षेत्रों में विविध व्यवसायों का संचालन करता है। इसने भारत के शुद्ध-शून्य और स्थिरता लक्ष्यों के साथ अपने विकास को संरेखित करने का संकल्प लिया है।

भाषा निहारिका मनीषा

मनीषा