बेंगलुरू, 12 नवंबर (भाषा) बच्चों को स्कूलों में मध्याह्न भोजन उपलबध कराने के सेवा कार्य में लगी अक्षय पात्र फाउंडेशन ने कहा कि उसका लक्ष्य 2025 तक पचास लाख बच्चों तक मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने का है।
देश में इस स्वयंसेवी संगठन की पहली रसोई की शुरुआत 20 साल पहले 11 नवंबर 2000 को की गई थी। तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी और कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा ने इसका उद्घाटन किया था।
फाउंडेशन ने एक बयान में कहा, बच्चों को संपूर्ण मध्याह्न भोजन मुहैया करा जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए हमारे दो दशक पूरे हो गये हैं। हमने विद्यालयों में मध्याह्न भोजन मुहैया कराने की केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजना में भागीदारी करते हुए 12 राज्यों व दो केंद्र शासित प्रदेशों के 19,039 सरकारी विद्यालयों में 18 लाख से अधिक बच्चों को मध्याह्न भोजन मुहैया कराया है।
फाउंडेशन ने कहा कि उसने 2000 में शुरुआत के बाद अब तक बच्चों को कुल मिलाकर 3.3 अरब से अधिक थाली भोजन मुहैया कराया है। अभी जब कोरोना वायरस महामारी के कारण देश भर में विद्यालय बंद हैं, ऐसे में कमजोर वर्गों को मदद देने के सरकार के प्रयासों के साथ सहयोग किया जा रहा है।
भाषा
सुमन महाबीर
महाबीर
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