शीर्ष सात शहरों में बीते दो साल में महंगे आवास का औसत मासिक किराया 8 से 18 फीसदी बढ़ा

शीर्ष सात शहरों में बीते दो साल में महंगे आवास का औसत मासिक किराया 8 से 18 फीसदी बढ़ा

शीर्ष सात शहरों में बीते दो साल में महंगे आवास का औसत मासिक किराया 8 से 18 फीसदी बढ़ा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:41 pm IST
Published Date: September 21, 2022 12:57 pm IST

नयी दिल्ली, 21 सितंबर (भाषा) देश के सात प्रमुख शहरों में महंगी आवासीय कॉलोनियों में बीते दो वर्ष में मासिक औसत किराया 8 से 18 फीसदी बढ़ गया है जबकि पूंजीगत मूल्य दो से नौ फीसदी बढ़ गया।

रियल एस्टेट परामर्शदाता एनारॉक ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, मुंबई महानगर क्षेत्र, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में संभ्रांत आवासीय कॉलोनियों में महंगी आवासीय संपत्तियों की खरीदने या किराये पर लेने के लिहाज से मांग बढ़ गई है।

आंकड़ों के मुताबिक मुंबई के वर्ली इलाके में न्यूनतम 2,000 वर्गफुट क्षेत्र के महंगे घरों का मासिक किराया 2020 में दो लाख रुपये था जो 18 फीसदी बढ़कर 2.35 लाख रुपये प्रतिमाह हो गया।

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बेंगलुरु के राजाजी नगर में सर्वाधिक नौ फीसदी की पूंजीगत वृद्धि हुई और औसत कीमतें 2020 के 5,698 प्रति वर्गफुट से बढ़कर 2022 में 6,200 प्रति वर्गफुट हो गईं।

एनारॉक के अध्यक्ष अनुज पुरी ने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण महंगे आवासीय बाजारों के किराये में बीते वर्षों में दहाई अंकों की वृद्धि हुई है।’’ उन्होंने कहा कि महामारी की दूसरी लहर के बाद किरायेदारों का बड़े आकार के घरों की ओर रूझान बढ़ा है।

भाषा

मानसी

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