Bharti Airtel Share Price: 3% गिर गया शेयर, सिंगटेल ने भारती एयरटेल में ₹13,000 करोड़ से अधिक की हिस्सेदारी बेचने की पुष्टि की
भारती एयरटेल के शेयर प्राइस में हाल ही में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि सिंगापुर की टेलीकॉम दिग्गज कंपनी सिंगटेल ने 16 मई 2025 को एयरटेल की 1.2% हिस्सेदारी बेचकर 2 बिलियन सिंगापुर डॉलर (लगभग 1.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर) जुटाए।
Bharti Airtel Share Price / Image Source: IBC24
- सिंगटेल ने 1.2% हिस्सेदारी 1.54 बिलियन डॉलर में बेची।
- भारतीय म्यूचुअल फंड्स और अंतरराष्ट्रीय लॉन्ग-ओनली फंड्स ने हिस्सेदारी खरीदी।
- डील के बाद सिंगटेल की एयरटेल में हिस्सेदारी 28.3% रह गई।
Bharti Airtel Share Price:- भारती एयरटेल के शेयर प्राइस में हाल ही में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि सिंगापुर की टेलीकॉम दिग्गज कंपनी सिंगटेल ने 16 मई 2025 को एयरटेल की 1.2% हिस्सेदारी बेचकर 2 बिलियन सिंगापुर डॉलर (लगभग 1.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर) जुटाए। इस ब्लॉक डील ने बाजार में हलचल मचा दी है। आइए, इस डील के प्रमुख पहलुओं, खरीदारों, और इसके शेयर प्राइस पर प्रभाव को विस्तार से समझते हैं।
सिंगटेल ने क्यों बेची हिस्सेदारी?
सिंगटेल ने अपनी पूंजी प्रबंधन रणनीति के तहत यह हिस्सेदारी बेची। कंपनी का कहना है कि यह कदम शेयरधारकों के लिए Value Creation और संपत्ति पोर्टफोलियो के अनुकूलन का हिस्सा है। सिंगटेल के ग्रुप सीएफओ, आर्थर लैंग ने कहा, “यह लेनदेन हमें आकर्षक मूल्यांकन पर मूल्य को भुनाने का अवसर देता है, साथ ही हम एयरटेल के महत्वपूर्ण शेयरधारक बने रहेंगे।”
इस डील में मौजूदा शेयरधारकों और नए निवेशकों ने भारी रुचि दिखाई, जिसके कारण लेनदेन का आकार बढ़ा और अंतिम मूल्य प्रारंभिक गाइडेंस से अधिक सख्त हुआ।
किसने खरीदा भारती एयरटेल के शेयर?
सिंगटेल ने इस ब्लॉक डील में हिस्सेदारी भारतीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थागत निवेशकों को बेची। इसमें शामिल थे:
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भारतीय म्यूचुअल फंड्स: डोमेस्टिक फंड्स ने इस डील में बड़ा हिस्सा खरीदा।
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अंतरराष्ट्रीय लॉन्ग-ओनली फंड्स: वैश्विक निवेशकों ने भी एयरटेल की वृद्धि क्षमता पर भरोसा जताया।
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मौजूदा शेयरधारक: कुछ पुराने निवेशकों ने भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई।
भारती एयरटेल शेयर प्राइस पर प्रभाव
यह ब्लॉक डील भारती एयरटेल के शेयर प्राइस पर अल्पकालिक दबाव डाल सकती है, क्योंकि डील का फ्लोर प्राइस बाजार मूल्य से कम था। हालांकि, दीर्घकालिक दृष्टिकोण से, नए और मौजूदा निवेशकों की भागीदारी और भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में एयरटेल की मजबूत स्थिति शेयर प्राइस के लिए सकारात्मक संकेत है। विश्लेषकों का मानना है कि भारत के 1 ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में एयरटेल की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
सिंगटेल की पिछली डील्स
यह पहली बार नहीं है जब सिंगटेल ने एयरटेल की हिस्सेदारी बेची है। पहले भी:
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2022: सिंगटेल ने 3.3% हिस्सेदारी भारती टेलीकॉम को बेची।
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2024: 0.8% हिस्सेदारी GQG पार्टनर्स को बेची। इन बिक्री से सिंगटेल ने लगभग 3.5 बिलियन सिंगापुर डॉलर जुटाए, जिसका उपयोग 5G नेटवर्क विस्तार और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में किया गया।

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