Big Order to Defense Company: सीजफायर के बाद भी नहीं रूकी तैयारी, इन दो कंपनियों को मिला बड़ा डिफेंस ऑर्डर

Big Order to Defense Company: सीजफायर के बाद भी नहीं रूकी तैयारी, इन दो कंपनियों को मिला बड़ा डिफेंस ऑर्डर

Big Order to Defense Company: सीजफायर के बाद भी नहीं रूकी तैयारी, इन दो कंपनियों को मिला बड़ा डिफेंस ऑर्डर

(Big Order to Defense Company, Image Credit: Meta AI)

Modified Date: May 11, 2025 / 08:05 pm IST
Published Date: May 11, 2025 8:05 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 10 मई से भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू है, लेकिन डिफेंस तैयारियों में तेजी जारी।
  • भारत फोर्ज को मिला 184 स्वदेशी तोपों का बड़ा ऑर्डर।
  • महिंद्रा SUV के बजाय बना रही है सेना के लिए टैक्टिकल वाहन।

Big Order to Defense Company: भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई से सीजफायर लागू हो चुका है, किंतु भारत सरकार किसी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है। हाल ही में भारत ने जिस तरह मिसाइल, ड्रोन और टैंक जैसे डिफेंस सिस्टम का प्रदर्शन किया है, उसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। सरकार अब डिफेंस तैयारियों को और मजबूत करने में जुट गई है।

प्राइवेट डिफेंस कंपनियों को मिले नए निर्देश

इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सरकार ने भारत फोर्ज और महिंद्रा डिफेंस जैसी निजी कंपनियों को एंटी-ड्रोन हथियार, स्मार्ट गोला-बारूद और आर्मर्ड गाड़ियों का उत्पादन तेजी से बढ़ाने को कहा है। ये ऑर्डर ऑर्डनेंस फैक्ट्रीज की मौजूदा सप्लाई के अलावा दिए गए हैं अर्थात् एक्स्ट्रा डिमांड है।

भारत फोर्ज को मिला ऑर्डर

भारत फोर्ज को डिफेंस मिनिस्ट्री से 184 ATAGS (Advanced Towed Artillery Gun Systems) का ऑर्डर मिला है। ये पूरी तरह देश में बनी आधुनिक तोपें हैं, जो 48 किमी दूर तक सटीक निशाना बना सकती है। इनका रख-रखाव आसान है और ये पारंपरिक तोपों के मुकाबले दोगुनी रफ्तार से फायर कर सकती हैं।

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महिंद्रा अब बना रही है युद्ध गाड़ियां

महिंद्रा डिफेंस अब Rakshak और Marksman जैसे बख्तरबंद वाहन के साथ सीमाई और शहरी इलाकों के लिए खास टैक्टिकल गाड़ियां बना रही है। उसे इन वाहनों की सप्लाई को तेज करने को कहा गया हैं।

डिफेंस प्रोडक्शन में प्राइवेट कंपनियों की बढ़ती भागीदारी

वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का डिफेंस प्रोडक्शन 1.27 लाख करोड़ रुपये से ऊपर चला गया है। अब 65% से ज्यादा रक्षा उपकरण देश में ही बन रहे हैं। भारत फोर्ज, महिंद्रा और टाटा जैसी कंपनियां 21% योगदान दे रही है। देशभर में 430 से ज्यादा प्राइवेट कंपनियां और 16 हजार MSMEs इस क्षेत्र में सक्रिय हैं।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।