नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स ने सोमवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की और कृषि एवं ग्रामीण विकास सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
बैठक के बाद एक बयान में चौहान ने कहा, ‘‘ बिल फाउंडेशन पहले से ही कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के सहयोग से भारत सरकार के साथ काम कर रहा है और आज फिर हमने चर्चा की कि हम किन क्षेत्रों में मिलकर काम कर सकते हैं।’’
चौहान ने गेट्स से कहा कि भारत का ध्यान भविष्य की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जलवायु प्रतिरोधी और जैव-फोर्टिफाइड किस्मों के विकास पर है।
मंत्री ने कहा, ‘‘गेट्स फाउंडेशन आईसीएआर के साथ काम कर रहा है, इस क्षेत्र में और अधिक तकनीकी सहयोग की गुंजाइश है।’’
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने 2,900 से अधिक फसल किस्में विकसित की हैं, जिनमें से 85 प्रतिशत प्रतिकूल जलवायु सहिष्णु हैं और 179 जैव-फोर्टिफाइड हैं।
बिल गेट्स ने कहा कि भारत में किए जा रहे कृषि अनुसंधान उत्कृष्ट हैं, जिसका लाभ दुनिया के बाकी देशों को भी मिल सकता है।
मंत्री ने कहा कि भारत और गेट्स फाउंडेशन के बीच साझेदारी को और गहरा करने की अपार संभावनाएं हैं, खासकर डिजिटल कृषि, कृत्रिम मेधा, जैव प्रौद्योगिकी और प्रतिकूल जलवायु अनुकूल कृषि तकनीकों के क्षेत्र में ऐसे सहयोग बढ़ सकते हैं।
चौहान ने ग्रामीण विकास और कृषि मंत्रालय के साथ गेट्स फाउंडेशन के सहयोग की सराहना की और कहा कि ‘‘आपने मॉडल क्लस्टर लेवल फेडरेशन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
बैठक में कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी, ग्रामीण विकास सचिव शैलेश सिंह, दोनों मंत्रालयों और आईसीएआर के अधिकारियों के साथ-साथ गेट्स फाउंडेशन के अधिकारी हरि मेनन और अलकेश आडवाणी भी मौजूद थे।
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