पीरामल एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने दवा कारोबार अलग करने, कॉरपोरेट ढांचे के सरलीकरण को मंजूरी दी

पीरामल एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने दवा कारोबार अलग करने, कॉरपोरेट ढांचे के सरलीकरण को मंजूरी दी

पीरामल एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने दवा कारोबार अलग करने, कॉरपोरेट ढांचे के सरलीकरण को मंजूरी दी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:18 pm IST
Published Date: October 7, 2021 7:36 pm IST

नयी दिल्ली, सात अक्टूबर (भाषा) पीरामल एंटरप्राइजेज लि. (पीईएल) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने कंपनी के दवा कारोबार को अलग करने और वित्तीय सेवाओं एवं दवा से जुड़ी दो सूचीबद्ध इकाइयों के निर्माण के लिए एक समग्र योजना को मंजूरी दे दी है। इस कदम का उद्देश्य कंपनी के कॉरपोरेट ढांचे को सरल बनाना है।

कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि दवा कारोबार पीरामल एंटरप्राइजेज से अलग हो जाएगा और पीरामल फार्मा में मिल जाएगा।

अलग किए जाने के बाद पीरामल फार्मा एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध बड़ी दवा कंपनियों में से एक बन जाएगी।

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कंपनी ने कहा, ‘अलग किए जाने की प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए, पीरामल फार्मा लि. (पीपीएल) शेयर पात्रता अनुपात के अनुरूप पीईएल के शेयरधारकों को दो रुपये के अंकित मूल्य वाले पीईएल के प्रत्येक एक पूर्ण चुकता इक्विटी शेयर के लिए 10 रुपये के पीपीएल के चार इक्विटी शेयर जारी करेगी।’

इसमें कहा गया है कि पीरामल फार्मा के पूर्ण स्वामित्व वाली दो कारोबारी अनुषंगियों का भी पीरामल फार्मा लिमिटेड में विलय किया जाएगा ताकि कॉरपोरेट ढांचे को और सरल बनाया जा सके।

पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, पीरामल एंटरप्राइजेज ने एक सूचीबद्ध होल्डिंग कंपनी संरचना के तहत विविध कारोबारों के साथ कई गुना वृद्धि की है।

उन्होंने कहा कि कंपनी की घोषित रणनीति के अनुरूप, निदेशक मंडल ने वित्तीय सेवाओं और दवा के वर्ग में दो स्वतंत्र सूचीबद्ध इकाइयों के निर्माण के लिए अपने कॉरपोरेट ढांचे को अलग-अलग करने और उसके सरलीकरण को मंजूरी दे दी है।

शेयर बाजार को दी सूचना में वित्तीय सेवाओं के लेकर कहा गया कि पीएचएल फिनवेस्ट प्राइवेट लि. के पीईएल में विलय से एक सूचीबद्ध गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवा (एनबीएफसी) इकाई सृजित होगी।

सूचना के अनुसार विलय की जाने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनी, डीएचएफएल के अधिग्रहण के बाद, पीरामल एंटरप्राइजेज की 100 प्रतिशत स्वामित्व वाली अनुषंगी बनी रहेगी।

भाषा प्रणव रमण

रमण


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