कोल इंडिया ने 2020-21 की पहली छमाही में किया 5,023 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय

कोल इंडिया ने 2020-21 की पहली छमाही में किया 5,023 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय

कोल इंडिया ने 2020-21 की पहली छमाही में किया 5,023 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय
Modified Date: November 29, 2022 / 07:46 pm IST
Published Date: October 6, 2020 12:43 pm IST

नयी दिल्ली, छह अक्टूबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में लक्ष्य से अधिक 5,023 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है। कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में 10,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना बनायी है।

पहली छमाही में उसका व्यय छमाही के लक्ष्य से थोड़ा अधिक रहा। कंपनी ने मंगलवार को कहा कि उसका पूंजीगत व्यय लक्ष्य का 118 प्रतिशत रहा जो अब तक का सर्वकालिक उच्च स्तर है।

कंपनी ने एक बयान में कहा अप्रैल-सितंबर के लिए उसने 4,247 करोड़ रुपये व्यय करने का लक्ष्य रखा था। यह किसी भी वित्त वर्ष की पहली छमाही में किए गए पूंजीगत व्यय राशि के उपयोग के मुकाबले 118 प्रतिशत है।

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कंपनी ने एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह कंपनी के इतिहास में पूंजीगत व्यय राशि का उच्च इस्तेमाल है। आम तौर पर कंपनी वित्त वर्ष की पहली छमाही में अपने पूंजीगत व्यय बजट का ज्यादा से ज्यादा 30 प्रतिशत ही खर्च कर पाती थी। पिछले तीन वित्त वर्ष में यह औसतन 20 प्रतिशत रहा।

पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी अवधि से तुलना करने पर कंपनी के पूंजीगत व्यय में यह वृद्धि 242 प्रतिशत रही। पिछले साल अप्रैल-सितंबर में कंपनी ने 1,467 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया था।

बयान के मुताबिक कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी जमीन अधिग्रहण, रेलवे लॉजिस्टिक और सहयोगी बुनियादी ढांचे के विकास पर करीब से नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा उनका ध्यान बड़ी खनन परियोजनाओं के विकास और उन्हें तेज करने पर भी है।

उल्लेखनीय है कि देश का 80 प्रतिशत से अधिक कोयला उत्पादन कोल इंडिया करती है।

भाषा शरद मनोहर

मनोहर


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