साइबर कंपनी क्लाउडसेक ने फर्जी ‘कस्टमर केयर हेल्पलाइन’ वाले 31,179 फोन नंबरों की पहचान की |

साइबर कंपनी क्लाउडसेक ने फर्जी ‘कस्टमर केयर हेल्पलाइन’ वाले 31,179 फोन नंबरों की पहचान की

साइबर कंपनी क्लाउडसेक ने फर्जी ‘कस्टमर केयर हेल्पलाइन’ वाले 31,179 फोन नंबरों की पहचान की

:   Modified Date:  February 24, 2023 / 08:48 PM IST, Published Date : February 24, 2023/8:48 pm IST

नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) साइबर खुफिया कंपनी क्लाउडसेक ने 31,179 फोन नंबरों की पहचान की है जिनके माध्यम से धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फर्जी ‘कस्टमर केयर हेल्पलाइन’ चलाई जा रही है। साइबर फर्म ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

कंपनी ने फोन नंबरों का विश्लेषण किया और पाया कि इनमें से 56 प्रतिशत या 17,285 भारतीय फोन नंबर हैं।

कंपनी ने एक बयान में कहा, “क्लाउडसेक ने भारत में एक व्यापक घोटाले का भंडाफोड़ किया है, जिसमें ग्राहकों को ठगने के लिए फर्जी कस्टमर केयर सेंटर (ग्राहक देखभाल केंद्र) चलाया जा रहे हैं। इस घोटाले में लोकप्रिय ब्रांड्स के फर्जी ग्राहक देखभाल केंद्र तैयार कर उन्हें ऑनलाइन पोस्ट किया जाता है और इन नंबरों पर कॉल करने वाले ग्राहकों को फंसा लेता है।”

कंपनी ने कहा कि उसने पाया कि 80 प्रतिशत भारतीय फोन नंबर वैध हैं और अभी सक्रिय हैं।

कंपनी के विश्लेषण के अनुसार, फर्जी ग्राहक देखभाल केंद्र के 80 प्रतिशत फोन नंबरों का फेसबुक पोस्ट, प्रोफाइल और पेज के माध्यम से विज्ञापन और वितरण किया गया था।

लगभग छह प्रतिशत नंबरों को ट्विटर खातों और दो प्रतिशत खातों को सुलेखा और गूगल के माध्यम से वितरित किया गया।

बयान के अनुसार, “सबसे ज्यादा धोखाधड़ी और ठगी बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र (59.4 प्रतिशत) में हुई, जिसके बाद चिकित्सा (19.2 प्रतिशत) और फिर दूरसंचार विभाग (10.5 प्रतिशत) में ठगी हुई।”

क्लाउडसेक के विश्लेषण के अनुसार, 23 प्रतिशत फर्जी फोन नंबरों के साथ पश्चिम बंगाल इसका सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरा है, जिसमें कोलकाता कई बड़े अभियानों का केंद्र बिंदु रहा है।

बयान के अनुसार, “पश्चिम बंगाल के बाद दिल्ली और उत्तर प्रदेश हैं। इन दोनों राज्यों में 9.3-9.3 प्रतिशत फर्जी फोन नंबर पंजीकृत हैं।”

भाषा अनुराग रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)