नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) दैनिक उपभोग के सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के चेयरमैन नितिन परांजपे ने सोमवार को कहा कि मूल कंपनी यूनिलीवर को दी जाने वाली रॉयल्टी बढ़ाकर 3.45 प्रतिशत करने का फैसला विस्तृत चर्चा और जांच-परख के बाद किया गया है।
एचयूएल ने साल की शुरुआत में मूल कंपनी यूनिलीवर पीएलसी को दी जाने वाली रॉयल्टी 2.65 प्रतिशत से बढ़ाकर कुल कारोबार का 3.45 प्रतिशत करने का फैसला किया था। यह फैसला तीन वर्षों में चरणबद्ध ढंग से लागू किया जाएगा।
परांजपे ने रॉयल्टी बढ़ाने के पीछे के तर्क के बारे में पूछे जाने पर शेयरधारकों से कहा कि व्यापक जांच-परख और इस भुगतान के एवज में वाजिब मूल्य मिलने की संतुष्टि होने के बाद यह बदलाव किया गया था।
उन्होंने कहा कि इस दौरान एचयूएल ने एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों) क्षेत्र की अन्य कंपनियों द्वारा अपनी मूल कंपनियों को दी जाने वाली रॉयल्टी के अनुपात पर भी गौर किया था।
एचयूएल का यूनिलीवर के साथ दस वर्षों का रॉयल्टी एवं केंद्रीय सेवा करार जनवरी, 2023 में खत्म हो रहा था। इसके बाद यूनिलीवर ने रॉयल्टी अनुबंध की समीक्षा करने का अनुबंध किया था।
भाषा प्रेम
प्रेम रमण
रमण