पुणे, 24 जून (भाषा) नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने मंगलवार को नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के तहत हेलिकॉप्टर सेवाओं के लिए एक समर्पित निदेशालय के गठन की घोषणा की।
हेलिकॉप्टर निदेशालय का गठन एकल खिड़की नियामकीय निरीक्षण, हेलिकॉप्टर के अनुकूल सुरक्षा एवं सत्यापन मुद्दों के समाधान के लिए किया जाएगा।
नायडू ने यहां ‘सातवें हेलिकॉप्टर एवं लघु विमान शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। इस सम्मेलन का आयोजन नागर विमानन मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार, पवन हंस और उद्योग मंडल फिक्की के सहयोग से किया है।
उन्होंने विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के लिए विकसित विमानन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि देश को हेलिकॉप्टर और छोटे विमानों को बढ़ावा देने वाली एक भविष्य की विमानन प्रणाली का निर्माण करना चाहिए।
इस अवसर पर नायडू ने डीजीसीए के मातहत एक समर्पित हेलिकॉप्टर निदेशालय के गठन की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘यह निदेशालय हेलिकॉप्टर-विशिष्ट सुरक्षा और प्रमाणन मुद्दों का ध्यान रखने के लिए एकल-खिड़की मंच के तौर पर काम करेगा। इसके अलावा हेलिकॉप्टर परिचालकों को नियामकीय निगरानी और प्रक्रियागत मुद्दों पर सहायता देगा। इससे प्रशासनिक बाधाएं भी कम होने की उम्मीद है।’’
उन्होंने हेलिकॉप्टर उड़ानों, खासकर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि पर्वतीय इलाकों में परिचालन संबंधी कठिनाइयां सुरक्षा के लिए बहाना नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने केंद्र, राज्यों और ऑपरेटरों के बीच विश्वास, संवाद और अनुशासन की साझा जिम्मेदारी पर भी बल दिया।
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