पुनर्विकास के बाद धारावी व्यवसाय वृद्धि का केंद्र बन सकता है: डीआरपी सीईओ

पुनर्विकास के बाद धारावी व्यवसाय वृद्धि का केंद्र बन सकता है: डीआरपी सीईओ

पुनर्विकास के बाद धारावी व्यवसाय वृद्धि का केंद्र बन सकता है: डीआरपी सीईओ
Modified Date: June 10, 2025 / 09:17 pm IST
Published Date: June 10, 2025 9:17 pm IST

मुंबई, 10 जून (भाषा) भारत की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी के पुनर्विकास के बारे में धारावी पुनर्विकास परियोजना (डीआरपी) के सीईओ एसआरवी श्रीनिवास ने मंगलवार को कहा कि पुनर्वास को यथासंभव बेहतर बनाना और उसे जल्द से जल्द पूरा करना, उनकी प्राथमिकता है।

श्रीनिवास ने पीटीआई वीडियो को बताया कि पुनर्विकास के बाद, धारावी का विस्तार भी हो सकता है और यह विशेष रूप से एसएमई क्षेत्र के लिए एक व्यवसाय वृद्धि का केंद्र बन सकता है।

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मुंबई के केंद्र में एक विशाल झुग्गी बस्ती धारावी का पुनर्विकास, अदाणी समूह और महाराष्ट्र सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम के माध्यम से बने विशेष उद्देश्यीय इकाई के माध्यम से किया जा रहा है।

राज्य सरकार ने पहले ही महत्वाकांक्षी परियोजना के मास्टर प्लान को अपनी मंजूरी दे दी है।

श्रीनिवास ने कहा, ”आमतौर पर झुग्गी पुनर्वास परियोजनाओं में केवल पात्र लोगों को ही घर दिया जाता है, जबकि बाकी सड़क पर आ जाते हैं। चाहे वह मुंबई हो या कोई और शहर, केवल पात्र लोगों को ही घर दिए जाते हैं। लेकिन धारावी पुनर्विकास परियोजना इस मायने में अलग है कि सरकार का आदर्श वाक्य है ‘सभी के लिए आवास’। सभी को अलग-अलग प्रारूप में घर मिलेगा।”

उन्होंने कहा कि जो लोग पात्र हैं, उन्हें धारावी के अंदर ही (पुनर्विकास के बाद) मुफ्त में घर मिलेगा, जबकि जो पात्र नहीं हैं, उन्हें मुंबई के अंदर या मुंबई महानगर क्षेत्र के अंदर किराए के आधार पर घर मिलेगा। वे चाहें तो थोड़ी अधिक कीमत देकर घर खरीद सकते हैं और मालिक बन सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान के महत्वपूर्ण घटकों में से एक भूमि का समान वितरण और सुविधाओं तक समान पहुंच है।

श्रीनिवास ने कहा, ”मास्टर प्लान यह सुनिश्चित करता है कि धारावी के लोगों को सुविधाओं, पड़ोस के केंद्रों, खुली जगहों तक पहुंच मिले। मास्टर प्लान हमें यह समग्र दृष्टिकोण भी देता है कि विभिन्न व्यवसायों को कैसे फिर से बसाया जाए।”

उन्होंने कहा कि प्राथमिकता पुनर्वास को यथासंभव बेहतर बनाने और उसे जल्द से जल्द पूरा करने की है। धारावी पुनर्विकास परियोजना आजीविका के बारे में भी है और इसलिए कमोबेश सभी वाणिज्यिक और औद्योगिक इकाइयों को धारावी के अंदर फिर से बसाया जाएगा।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण


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