नयी दिल्ली, 22 मई (भाषा) रियल एस्टेट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ का शुद्ध कर्ज बीते वित्त वर्ष 2021-22 में 45 प्रतिशत घटकर 2,680 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि आवासीय संपत्तियों की बेहतर बिक्री से उसका नकदी का प्रवाह बढ़ा है, जिससे उसे कर्ज के बोझ को कम करने में मदद मिली है।
निवेशकों के समक्ष प्रस्तुतीकरण में डीएलएफ ने कहा कि 31 मार्च, 2022 के अंत तक उसका शुद्ध कर्ज 2,680 करोड़ रुपये था। एक साल पहले यानी 2020-21 के अंत तक यह आंकड़ा 4,885 करोड़ रुपये का था।
डीएलएफ ने कहा है कि वह मध्यम अवधि में अपने कर्ज के बोझ को और नीचे लाने पर प्रतिबद्ध है।
कंपनी ने कहा कि पूर्ण हो चुकी संपत्तियों की बिक्री के अलावा मौजूदा परियोजनाओं से मिलने वाली राशि से वह अपनी सभी देनदारियों को चुका सकेगी। कंपनी ने कहा कि नई परियोजनाओं की शुरुआत से उसके पास नकदी का प्रवाह बढ़ेगा।
बीते वित्त वर्ष में डीएलएफ की बिक्री बुकिंग दोगुना से अधिक होकर 7,273 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कंपनी ने कहा कि विशेषरूप से महंगे आवास खंड में मांग बेहतर रहने से उसकी बिक्री बुकिंग बढ़ी है।
वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी की बिक्री बुकिंग 3,084 करोड़ रुपये रही थी।
प्रस्तुतीकरण के दौरान डीएलएफ ने कहा कि वह बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विभिन्न मूल्य खंड में कई नई परियोजनाएं पेश करेगी।
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