नयी दिल्ली, 12 सितंबर (भाषा) चालू वित्त वर्ष में घरेलू स्तर पर इस्पात की खपत 9-10 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बृहस्पतिवार को एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में इस्पात की मांग मजबूत रही तथा प्रतिस्पर्धी मूल्य पर आयात के बीच खपत में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
रेटिंग एजेंसी ने बयान में कहा, “इक्रा ने चालू वित्त वर्ष (2024-25) में घरेलू इस्पात खपत में 9-10 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है।”
चालू तिमाही में मांग में इससे पिछली तीन माह की अवधि की तुलना में कुछ कमी आ सकती है, क्योंकि यह मानसून से जुड़ा मौसमी प्रभाव है। हालांकि, इसके बाद सरकारी पूंजीगत व्यय में वृद्धि हो सकती है।
एजेंसी ने कहा, “हमारा अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में 1.56 करोड़ टन सालाना की सर्वकालिक उच्च क्षमता वृद्धि के साथ-साथ आयात में वृद्धि के बावजूद उद्योग में क्षमता उपयोग 88 प्रतिशत के दशक के उच्चस्तर पर होगा।”
पिछले तीन वर्षों से इस्पात क्षेत्र वैश्विक वित्तीय संकट के बाद सबसे तेज वृद्धि के दौर से गुजर रहा है।
पिछले वित्त वर्ष (2023-24) में इस्पात उद्योग ने 13.6 प्रतिशत की खपत वृद्धि दर्ज की, जो देश के निजी क्षेत्र के पूंजीगत व्यय के स्वर्णिम काल के दौरान वित्त वर्ष 2005-06 में दर्ज 13.9 प्रतिशत के सर्वोच्च स्तर से कुछ कम है।
भाषा अनुराग अजय
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