ब्रिटेन के साथ एफटीए भारत का सबसे व्यापक व्यापार समझौताः बर्थवाल

ब्रिटेन के साथ एफटीए भारत का सबसे व्यापक व्यापार समझौताः बर्थवाल

ब्रिटेन के साथ एफटीए भारत का सबसे व्यापक व्यापार समझौताः बर्थवाल
Modified Date: May 6, 2025 / 10:30 pm IST
Published Date: May 6, 2025 10:30 pm IST

नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने भारत एवं ब्रिटेन के बीच संपन्न मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) को ‘पासा पलटने वाला’ बताते हुए मंगलवार को कहा कि यह भारत का अबतक का सबसे व्यापक व्यापार समझौता है।

बर्थवाल ने पीटीआई-भाषा से कहा कि यह समझौता भारत को तेजी से आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर लेकर जाएगा और देश के वैश्विक एकीकरण को फायदा पहुंचाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत द्वारा किया गया अबतक का सबसे व्यापक मुक्त व्यापार समझौता है और यह हमारे भविष्य के जुड़ावों के लिए स्वर्णिम मानदंड होगा।’’

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बर्थवाल ने कहा कि इस समझौते का देश के श्रम एवं प्रौद्योगिकी की अधिकता वाले क्षेत्रों में विनिर्माण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह कपड़ा, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, जूते, खेल के सामान एवं खिलौने, रत्न एवं आभूषण जैसे क्षेत्रों के लिए निर्यात के अवसर खोलता है।’’

इस समझौते पर टिप्पणी करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह समझौता दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच न्यायसंगत और महत्वाकांक्षी व्यापार के लिए एक नया मानदंड स्थापित करता है।

गोयल ने कहा, ‘‘इससे भारतीय किसानों, मछुआरों, श्रमिकों, एमएसएमई, स्टार्टअप और नवोन्मेषकों को लाभ होगा। यह हमें वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने के हमारे लक्ष्य के करीब लाता है।’’

इस बीच, गोयल ने यूरोपीय संघ की तरफ से भारतीय उत्पादों पर कार्बन कर लगाने की योजना पर कहा कि अगर यूरोपीय संघ इस दिशा में आगे बढ़ता है तो भारत भी जवाबी शुल्क लगाएगा।

यूरोपीय संघ के कार्बन सीमा समायोजन तंत्र (सीबीएएम) के तहत, यूरोपीय संघ को इस्पात, एल्युमीनियम और सीमेंट के भारतीय निर्यात पर 20-35 प्रतिशत का शुल्क लग सकता है।

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय


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