जीडीपी वृद्धि दर दूसरी तिमाही में घटकर 6.3 प्रतिशत रही, विनिर्माण, खनन क्षेत्रों में गिरावट का असर |

जीडीपी वृद्धि दर दूसरी तिमाही में घटकर 6.3 प्रतिशत रही, विनिर्माण, खनन क्षेत्रों में गिरावट का असर

जीडीपी वृद्धि दर दूसरी तिमाही में घटकर 6.3 प्रतिशत रही, विनिर्माण, खनन क्षेत्रों में गिरावट का असर

:   Modified Date:  November 30, 2022 / 07:33 PM IST, Published Date : November 30, 2022/7:33 pm IST

नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में धीमी पड़कर 6.3 प्रतिशत रही। मुख्य रूप से विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के कमजोर प्रदर्शन से वृद्धि दर सुस्त पड़ी है।

हालांकि भारत दुनिया में सबसे तीव्र वृद्धि दर हासिल करने वाली अर्थव्यवस्था बना हुआ है। चीन की वृद्धि दर 2022 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 3.9 प्रतिशत रही है।

राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह 8.4 प्रतिशत थी। वहीं पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2022) में यह 13.5 प्रतिशत रही थी।

जीडीपी देश की भौगोलिक सीमा में एक निश्चित समय अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को बताता है।

दूसरी तिमाही की यह वृद्धि दर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 6.1-6.3 प्रतिशत रहने के अनुमान के अनुरूप ही है। आरबीआई के इस महीने जारी बुलेटिन में प्रकाशित एक लेख में यह संभावना जतायी गयी थी।

एनएसओ के बयान के अनुसार, ‘‘वास्तविक यानी स्थिर मूल्य (2011-12) पर देश की जीडीपी 2022-23 की दूसरी तिमाही में 38.17 लाख करोड़ रुपये रही जबकि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में यह 35.89 लाख थी। यह 6.3 प्रतिशत वृद्धि को दर्शाता है।

स्थिर मूल्य पर जीडीपी 2020 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 33.10 लाख करोड़ रुपये थी। कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ के कारण वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में जीडीपी में 6.6 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

आंकड़ों के अनुसार सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही में 5.6 प्रतिशत बढ़कर 35.05 लाख करोड़ रुपये रहा।

कृषि क्षेत्र में जीवीए वृद्धि दर दूसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 3.2 प्रतिशत थी।

हालांकि विनिर्माण क्षेत्र में जीवीए वृद्धि दर में 4.3 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि एक साल पहले दूसरी तिमाही में 5.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

खनन क्षेत्र में भी जीवीए वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2.8 प्रतिशत घटी जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में 14.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। निर्माण क्षेत्र में जीवीए वृद्धि दर घटकर 6.6 प्रतिशत रही जो एक साल पहले 2021-22 की दूसरी तिमाही में 8.1 प्रतिशत थी।

बिजली, गैस, जल-आपूर्ति और अन्य जन-केंद्रित सेवाओं की जीवीए वृद्धि आलोच्य तिमाही में 5.6 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले की दूसरी तिमाही में यह 8.5 प्रतिशत थी। सेवा क्षेत्र…होटल, व्यापार, परिवहन, संचार और सेवाओं… में जीवीए वृद्धि दर 14.7 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले 2021-22 की दूसरी तिमाही में यह 9.6 प्रतिशत थी।

वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही जो पहले 6.1 प्रतिशत थी।

लोक प्रशासन, रक्षा और अन्य सेवाओं की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत रही जो बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 19.4 प्रतिशत थी।

एनएसओ ने कहा कि वर्तमान मूल्य पर जीडीपी 2022-23 की दूसरी तिमाही में 65.31 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जो 2021-22 की इसी तिमाही में 56.20 लाख करोड़ रुपये थी। यानी इसमें 16.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इसमें 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

भाषा

रमण प्रेम

प्रेम

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)