महंगाई बढ़ने, ऊंचे मूल्यांकन की वजह से गोल्ड ईटीएफ को बीते साल मिला 4,814 करोड़ रुपये का निवेश |

महंगाई बढ़ने, ऊंचे मूल्यांकन की वजह से गोल्ड ईटीएफ को बीते साल मिला 4,814 करोड़ रुपये का निवेश

महंगाई बढ़ने, ऊंचे मूल्यांकन की वजह से गोल्ड ईटीएफ को बीते साल मिला 4,814 करोड़ रुपये का निवेश

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:37 PM IST, Published Date : February 6, 2022/12:22 pm IST

Gold ETFs invest rs 4814 crore : नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) ऊंची मुद्रास्फीति तथा बाजार मूल्यांकन बढ़ने की वजह से गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बीते साल यानी 2021 में गोल्ड ईटीएफ को 4,814 करोड़ रुपये का निवेश मिला है।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों यह जानकारी मिली है।

हालांकि, बीते साल गोल्ड ईटीएफ में निवेश का प्रवाह 2020 के 6,657 करोड़ रुपये से कम रहा है।

वैश्विक पुनरुद्धार और बेहतर निवेशक धारणा से महामारी के साल की तुलना में 2021 में गोल्ड ईटीएफ के प्रवाह में गिरावट आई है।

क्वांटम म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जिमी पटेल ने कहा कि महंगाई और फेडरल रिजर्व के रुख की वजह से 2022 में भी गोल्ड ईटीएफ का आकर्षण कायम रहने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा मौद्रिक नीति को कड़ा करने से डॉलर और अमेरिका में बांड पर प्रतिफल बढ़ेगा, जो सोने के लिए बाधक हो सकता है।’’

पटेल ने कहा कि 2020 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश का प्रवाह बढ़ने की प्रमुख वजह कोविड-19 महामारी थी। इसके अलावा मौद्रिक रुख में नरमी और वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों में कमी से भी सोने में निवेश फायदे का सौदा था।

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि गोल्ड ईटीएफ पूरे साल निवेशकों को आकर्षित करता रहा। यहां तक कि शेयरों में उछाल के बावजूद इसका आकर्षण कायम रहा।

बीते साल सिर्फ जुलाई महीने में गोल्ड ईटीएफ से निकासी देखने को मिली। जुलाई में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से 61.5 करोड़ रुपये निकाले।

निवेश के प्रवाह के बीच दिसंबर, 2021 तक स्वर्ण कोषों के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां 30 प्रतिशत बढ़कर 18,405 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं, जो एक साल पहले 14,174 करोड़ रुपये पर थीं।

भाषा अजय अजय

अजय