भारत के गलत मानचित्र को लेकर सरकार की ट्विटर को कड़ी चेतावनी

भारत के गलत मानचित्र को लेकर सरकार की ट्विटर को कड़ी चेतावनी

भारत के गलत मानचित्र को लेकर सरकार की ट्विटर को कड़ी चेतावनी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:12 pm IST
Published Date: October 22, 2020 3:06 pm IST

नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) भारत सरकार ने देश का गलत मानचित्र पेश करने और लेह की भौगोलिक स्थिति चीन में दिखाने को लेकर ट्विटर को सख्त चेतावनी दी है। सरकार ने कहा है कि देश की संप्रभुता और अखंडता का अनादर कतई स्वीकार्य नहीं है।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय साहनी ने इस बारे में ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जैक डोर्सी को कड़े शब्दों में एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने देश की संवेदनाओं का सम्मान करने को कहा है।

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में लेह स्थित युद्ध स्मारक हॉल ऑफ फेम से सीधा प्रसारण में लोकेशन के साथ ट्वीट में (जियोटैगिंग विशेषता) में इसे जम्मू कश्मीर, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का हिस्सा बता दिया गया था। इसके बाद ट्विटर को सोशल मीडिया का उपयोग करने वालों से तीखी प्रतिक्रिया और आलोचना का सामना करना पड़ा।

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सोशल मीडिया का उपयोग करने वाले नागरिकों ने ट्विटर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की।

इस सप्ताह की शुरूआत में ट्विटर ने इसे तकनीकी मसला बताया और कहा कि इसका समाधान कर दिया गया है।

सूत्रों के अनुसार साहनी ने बुधवार शाम ट्विटर को भेजे पत्र में कहा कि भारत की संप्रभुता और अखंडता का अनादर करने का इस तरह का कोई भी प्रयास न सिर्फ ट्विटर की प्रतिष्ठा को कम करता है, बल्कि यह एक मंच होने के नाते ट्विटर की निष्पक्षता को भी संदिग्ध बनाता है।

सचिव ने अपने पत्र में ट्विटर को याद दिलाया है कि लेह केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का मुख्यालय है। लद्दाख और जम्मू-कश्मीर दोनों भारत के अभिन्न व अविभाज्य अंग हैं तथा भारत के संविधान से प्रशासित हैं।

सरकार ने ट्विटर को भारतीय नागरिकों की संवेदनशीलता का सम्मान करने को कहा है। सरकार ने यह भी साफ कहा है कि भारत की संप्रभुता व अखंडता का अनादर करने का ट्विटर का कोई भी प्रयास पूरी तरह से गैरकानूनी और अस्वीकार्य है।

इस बारे में संपर्क किये जाने पर सोशल मीडिया मंच ने ई-मेल के जरिये दिये जवाब में कहा, ‘‘ट्विटर भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है। हम इससे जुड़ी संवेदनशीलता का सम्मान करते हैं और पत्र की बातों को पूरी तरह से स्वीकार करते हैं।’’

भाषा

रमण महाबीर

महाबीर


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