सरकार ने 31 दिसंबर तक प्राकृतिक शहद का न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,400 डॉलर प्रति टन तय किया

सरकार ने 31 दिसंबर तक प्राकृतिक शहद का न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,400 डॉलर प्रति टन तय किया

सरकार ने 31 दिसंबर तक प्राकृतिक शहद का न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,400 डॉलर प्रति टन तय किया
Modified Date: August 25, 2025 / 02:57 pm IST
Published Date: August 25, 2025 2:57 pm IST

नयी दिल्ली, 25 अगस्त (भाषा) सरकार ने इस साल 31 दिसंबर तक प्राकृतिक शहद का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 2,000 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से घटाकर 1,400 अमेरिकी डॉलर प्रति टन कर दिया है।

इस एमईपी से कम मूल्य पर निर्यात की अनुमति नहीं होगी। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में यह जानकारी दी।

अधिसूचना के मुताबिक, ‘‘प्राकृतिक शहद का एमईपी तत्काल प्रभाव से 31 दिसंबर, 2025 तक 2,000 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से संशोधित कर 1,400 अमेरिकी डॉलर प्रति टन कर दिया गया है।”

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पिछला एमईपी मार्च, 2024 में लागू किया गया था। प्राकृतिक शहद के प्रमुख निर्यातक देश अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब और कतर हैं।

केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र के समग्र विकास के लिए वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने को राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन (एनबीएचएम) की शुरुआत की है।

प्रमुख शहद उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार और राजस्थान हैं।

वर्ष 2023-24 में भारत ने 17.75 करोड़ अमेरिकी डॉलर मूल्य के प्राकृतिक शहद का निर्यात किया था।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय


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