नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार आयातित कोयला आधारित बिजली संयंत्रों से अपनी प्रौद्योगिकी और डिजाइन बदलने का अनुरोध करेगी ताकि उनका परिचालन घरेलू कोयले से किया जा सके।
देश में जीवाश्म ईंधन की प्रचुरता पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि यह अनुरोध एक या दो साल में किया जाएगा।
जोशी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम आयातित कोयला आधारित बिजली संयंत्रों की प्रौद्योगिकी और डिजाइन को बदलने का अनुरोध करेंगे। देश के पास बहुत ज्यादा कोयला होगा।”
कोयला, चाहे घरेलू हो या आयातित, ताप विद्युत संयंत्रों – घरेलू कोयला-आधारित संयंत्रों या आयातित कोयला-आधारित संयंत्रों – द्वारा अलग से और उनकी जरूरतों के अनुसार खरीदा जाता है।
चूंकि कोयला 1993 से खुले सामान्य लाइसेंस के अधीन है, ताप विद्युत संयंत्र और जनरेटर अपनी व्यावसायिक जरूरत के आधार पर अपनी पसंद और आवश्यकता के अनुसार नियमित रूप से कोयले का आयात करते रहे हैं।
भाषा अनुराग अजय
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