मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन में सुधार, बिनौला में गिरावट

मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन में सुधार, बिनौला में गिरावट

मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन में सुधार, बिनौला में गिरावट
Modified Date: January 6, 2024 / 08:05 pm IST
Published Date: January 6, 2024 8:05 pm IST

नयी दिल्ली, छह जनवरी (भाषा) अपनी फसलों के ऊंचे दाम पा चुके किसानों के निचले भाव पर बिकवाली से परहेज करने से देश के तेल-तिलहन बाजारों में शनिवार को मूंगफली और सोयाबीन तेल तिलहन की कीमतों में सुधार दर्ज हुआ। इसके साथ अधिकांश मिलों के पास पैसे न होने से सस्ते आयातित खाद्यतेलों से भी नीचे दाम पर बिकवाली करने से बिनौला तेल कीमत में गिरावट आई।

पेराई में नुकसान होने के बीच सरसों तेल तिलहन और सस्ते आयातित तेलों के आगे मांग प्रभावित होने से कच्चे पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन के भाव पूर्व-स्तर पर बंद हुए।

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बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि किसान कम भाव पर मूंगफली बेचने से बच रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी इन फसलों के लिए पहले अच्छे दाम मिलते रहे हैं। लेकिन सस्ते आयातित तेलों, खासकर सूरजमुखी का दाम 80-82 रुपये प्रति किलो रहने से मूंगफली तेल के दाम भी भारी दबाव में हैं। मिल मालिकों को किसानों से मूंगफली अधिक दाम पर मिलने से वे इसके तेल का दाम ऊंचा बोल रहे हैं। इससे मूंगफली तेल में सुधार है लेकिन सस्ते आयातित तेलों के कारण इस ऊंचे भाव वाले मूंगफली तेल के खरीदार नहीं हैं।

सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार रात शिकागो एक्सचेंज में सोयाबीन तिलहन, तेल तथा डी-आयल्ड केक (डीओसी) में आई गिरावट के बावजूद यहां देश के बाजारों में सोयाबीन तेल तिलहन कीमतों में सुधार दिखा। यह सुधार दर्शाता है कि सॉफ्ट आयल का आयात कम हुआ है और इस वजह से शिकागो एक्सचेंज में गिरावट के बावजूद सोयाबीन तेल तिलहन में सुधार आया।

सूत्रों ने कहा कि गुजरात के बंदरगाह पर सोयाबीन डीगम तेल का भाव 85 रुपये प्रति किलो है। इसी प्रकार बिनौला तेल का भाव 82 रुपये प्रति किलो है। पहले बिनौला तेल का भाव मूंगफली से 20-25 रुपये ही कम रहता था। मौजूदा समय में मूंगफली तेल का भाव लगभग 160 रुपये जबकि बिनौला तेल इसके आधे दाम यानी 82 रुपये प्रति किलो है जो सोयाबीन डीगम तेल (85 रुपये किलो) से भी नीचे है।

उन्होंने कहा कि जब देशी नरम तेल और बिनौला तेल पांच-सात रुपये कम दाम पर बिकेंगे तो पाम, पामोलीन के खरीदार मिलना मुश्किल होगा। ऐसी स्थिति में पाम पामोलीन के भाव अपरिवर्तित रहे। सस्ते आयातित तेलों के आगे ऊंचे दाम पर मांग प्रभावित रहने से सरसों तेल तिलहन के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

सूत्रों ने कहा कि पिछले साल का सरसों का काफी स्टॉक (एक जनवरी को 23-25 लाख टन) बचा है। सरसों की नयी फसल भी अच्छी है। इससे सस्ते आयातित तेलों के आगे नयी सरसों की खपत पर सवाल खड़े होने लगे हैं।

शनिवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 5,365-5,415 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,790-6,865 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 16,000 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,380-2,655 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 9,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,685 -1,780 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,685 -1,785 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 9,650 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 9,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,050 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 7,750 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 8,250 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 8,900 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 8,125 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,965-4,995 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,775-4,815 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,050 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश प्रेम

प्रेम


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