इफ्को जल्द पेश करेगी नैनो डीएपी, विदेशी मुद्रा, सब्सिडी में भारी बचत की संभावना

इफ्को जल्द पेश करेगी नैनो डीएपी, विदेशी मुद्रा, सब्सिडी में भारी बचत की संभावना

इफ्को जल्द पेश करेगी नैनो डीएपी, विदेशी मुद्रा, सब्सिडी में भारी बचत की संभावना
Modified Date: December 23, 2022 / 10:38 pm IST
Published Date: December 23, 2022 10:38 pm IST

नयी दिल्ली, 23 दिसंबर (भाषा) नैनो तरल यूरिया पेश करने के बाद सहकारी संस्था इफ्को का लक्ष्य जल्द ही 600 रुपये में आधा लीटर नैनो डीएपी उर्वरक को बाजार में उतारने का है। यह एक ऐसा कदम है जो भारत को विदेशी मुद्रा की बचत करने और सरकारी सब्सिडी को भी काफी कम करने में मदद करेगा।

इफ्को के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने डिजिटल मीडिया मंच ‘रूरल वॉयस’ द्वारा आयोजित एक कृषि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इफ्को नैनो-पोटाश, नैनो-जिंक और नैनो-कॉपर उर्वरक भी लाने की योजना बना रही है।

जून 2021 में सहकारी संस्था इफ्को ने पारंपरिक यूरिया के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया को तरल रूप में पेश किया। इसने नैनो यूरिया का उत्पादन करने के लिए विनिर्माण संयंत्र भी स्थापित किए हैं।

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अवस्थी ने कहा कि इफ्को ने अब तक नैनो यूरिया की पांच करोड़ बोतलों का उत्पादन किया है, जिनमें से 4.85 करोड़ बोतलें बेची जा चुकी हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि नैनो यूरिया की कीमत पारंपरिक यूरिया से कम है और यह अधिक प्रभावी और सुविधाजनक भी है।

नैनो यूरिया पर कोई सरकारी सब्सिडी नहीं है और इसे 240 रुपये प्रति बोतल की दर से बेचा जा रहा है।

अवस्थी ने कहा कि कंपनी ने नैनो डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) भी विकसित किया है और इस उत्पाद को बाजार में पेश करने के लिए सरकार की मंजूरी के लिए पहले ही आवेदन कर चुकी है।

उन्होंने घोषणा की कि नैनो-डीएपी की आधा लीटर की बोतल 600 रुपये में बेची जाएगी। इसकी एक बोतल डीएपी के एक बैग के बराबर होगी, जिस डीएपी बैग की कीमत 1,350 रुपये है।

भाषा राजेश पाण्डेय

पाण्डेय


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