कोविड-19 के बीच सतर्क आशावाद अपनाए हुए है आय कर विभाग: सीबीडीटी अध्यक्ष
कोविड-19 के बीच सतर्क आशावाद अपनाए हुए है आय कर विभाग: सीबीडीटी अध्यक्ष
नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष जे बी महापात्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि आय कर विभाग एक तरफ कर संग्रह में मजबूत वृद्धि और दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था में सक्रिय अस्थिर कारकों को देखते हुए ‘सतर्क आशावाद’ अपनाए हुए है।
उन्होंने प्रत्यक्ष ‘द चेयरमैन स्पीक्स’ शीर्षक एक वीडिया सम्मेलन में यह टिप्पणी की। प्रत्यक्ष कर प्रशासन में शामिल विभिन्न हितधारकों के साथ ‘संवाद’ में यह सार्वजनिक वेब-संगोष्ठी पहली कड़ी थी।महापात्र ने कहा कि आय-कर विभाग इस अनिश्चित समय में घरेलू संसाधन जुटाने की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि इस समय कर संग्रह के हमारे आंकड़े मजबूत वृद्धि के आंकड़े हैं, हम आगे के बारे में सतर्कता के साथ आशावादी हैं।’
महापात्र ने कहा, ‘राजस्व में वृद्धि की खुशी मनाने के साथ ही हम इस बात से भी अवगत हैं कि वर्तमान में अर्थव्यवस्था में सक्रिय अस्थिरताकारी कारकों से हमारा ध्यान नहीं हटना चाहिए और हमें यह भी याद रहना चाहिए अब भी एक वैश्विक महामारी का प्रकोप जारी है।’
सीबीडीटी केंद्रीय वित्त मंत्रालय की अधीनस्थ इकाई है जो विभाग और कार्यों के लिए नीति तैयार करती है।
उन्होंने बताया कि इस साल पहली तिमाही के अग्रिम कर की प्राप्तियां सालाना आधार पर 146 प्रतिशत बढ़ी। 15 जून तक सकल प्रत्यक्ष-कर संग्रह एक साल पहले की इसी अवधि से 57 प्रतिशत ज्यादा रहा। इस वर्ष 15 जून तक शुद्ध कर संग्रह एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 100.4 प्रतिशत ऊंचा रहा।
उन्होंने कहा कि यह पिछले कुछ वर्षों में किए गए अनेक सुधारों का परिणाम है क्योंकि सुधारों से कर प्रशासन मजबूत हुआ है। इसी संदर्भ में उन्होंने विवाद से विश्वास योजना, पहचान मुक्त आकलन और पहचान मुक्त अपील योजना जैसी योजनओं का उल्लेख किया।
उन्होंने यह भी कि विभाग का लक्ष्य है कि कर कानून का अनुपालन करना सरल हो।
भाषा प्रणव मनोहर
मनोहर

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