भारत, संरा डब्ल्यूएफपी ने संकटग्रस्त क्षेत्रों को पोषण संवर्धित चावल की आपूर्ति के लिए समझौता किया

भारत, संरा डब्ल्यूएफपी ने संकटग्रस्त क्षेत्रों को पोषण संवर्धित चावल की आपूर्ति के लिए समझौता किया

भारत, संरा डब्ल्यूएफपी ने संकटग्रस्त क्षेत्रों को पोषण संवर्धित चावल की आपूर्ति के लिए समझौता किया
Modified Date: August 25, 2025 / 07:38 pm IST
Published Date: August 25, 2025 7:38 pm IST

नयी दिल्ली, 25 अगस्त (भाषा) भारत ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) को पोषक तत्वों से संवर्धित (फोर्टिफाइड) चावल की आपूर्ति करने पर सहमति व्यक्त की ताकि वैश्विक स्तर पर संकटग्रस्त क्षेत्रों में सबसे कमजोर आबादी की खाद्य और पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके।

भारत के खाद्य मंत्रालय और डब्ल्यूएफपी के बीच यहां एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें वैश्विक साझेदारी की मजबूती को रेखांकित किया गया।

डब्ल्यूएफपी ने बयान में कहा, ‘‘यह आशय पत्र मानवीय वितरण के लिए खाद्यान्न की विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करने का आधार तैयार करता है।’’

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यह पहल रोम में फरवरी, 2025 में कार्यकारी बोर्ड के एक कार्यक्रम में हुई चर्चाओं के समापन का प्रतीक है, जहां भारत सरकार और डब्ल्यूएफपी के प्रतिनिधियों ने सहयोग के तरीकों पर विचार-विमर्श किया था।

भारत से चावल प्राप्त करके, डब्ल्यूएफपी एक कृषि अधिशेष वाले देश के संसाधनों का उपयोग, जीवन रक्षक सहायता प्रदान करने और भूख के खिलाफ ठोस प्रगति करने के लिए करेगा।

खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा, ‘‘भारत वसुधैव कुटुम्बकम – पृथ्वी एक परिवार है – के सिद्धांत और एक-दूसरे तथा उनके साझा भविष्य के प्रति सामूहिक ज़िम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्ध है। खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे ज़रूरतमंद समुदायों के लिए देश का मानवीय समर्थन इसी दृष्टिकोण का हिस्सा है।’’

डब्ल्यूएफपी के उप कार्यकारी निदेशक कार्ल स्काउ ने कहा, ‘‘हम खाद्य-सुरक्षित और शांतिपूर्ण विश्व के निर्माण के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता की गहराई से सराहना करते हैं।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘यह साझेदारी वैश्विक प्रयासों को मज़बूत करने और ज़रूरतमंद लोगों के लिए निरंतर सहायता सुनिश्चित करने के हमारे संयुक्त इरादे को दर्शाती है।’’

डब्ल्यूएफपी के उप कार्यकारी निदेशक ने भुखमरी के ख़िलाफ़ लड़ाई में भारत के योगदान की सराहना की, क्योंकि दुनिया सीमित मानवीय कोष के बीच बढ़ती खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही है।

डब्ल्यूएफपी के साथ चल रहे अन्य सहयोगात्मक प्रयासों, जैसे आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन, फोर्टिफाइड चावल की शुरुआत, अन्नपूर्ति उपकरण (अनाज एटीएम), जन पोषण केंद्र, स्मार्ट भंडार गृह तकनीक और फ्लोस्पैन (मोबाइल स्टोरेज यूनिट) पर विचार-विमर्श किया गया, साथ ही भविष्य में सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर भी चर्चा की गई।

इस अवसर पर भारतीय खाद्य निगम के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आशुतोष अग्निहोत्री, डब्ल्यूएफपी एपीएआरओ के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानमाली, डब्ल्यूएफपी इंडिया की कंट्री निदेशक एलिजाबेथ फॉरे और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय


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