Coal Production In india: देश में एक समय कोयला आपातकाल घोषित करने की स्थिति आ गई थी। यह बात ज्यादा दूर की नही बल्कि 6 महीने पहले की ही बात है। जब ऑस्ट्रेलिया से कोयला मंगवाना पड़ रहा था। बिजली का डिस्ट्रिब्यूसन फिक्स कर दिया गया था। लेकिन अब मानसून के बाद बिजली की मांग में तेज उछाल की उम्मीद को देखते हुए सरकार कोयला का उत्पादन बढ़ाने की लगातार कोशिश में है। देश की चुनिंंनदा 24 खदानो में लगभग शत प्रतिशत उत्पादन किया जा रहा है। हालाकि मानसून के दौरान खदानों में पानी भरने से कोयला उत्पादन और उसके डिस्पैच पर असर देखने को मिलता है। जिसकी वजह से त्याहारों के दौरान बिजली की मांग बढ़ने के साथ पावर प्लांट के स्टॉक में गिरावट देखने को मिलती है।
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बात करें पिछले महीने जुलाई 2022 की तो कोयले का कुल उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 11.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6 करोड़ टन के पार पहुंच गया है। पिछले साल जुलाई में यह आकड़ 5.4 करोड़ टन के आस पास था। वहीं देश की सबसे बड़ी 37 कोयला खदानों में से 24 खदानों से उत्पादन 100 प्रतिशत रहा। 7 खदानों में उत्पादन 80 से 100 प्रतिशत के बीच था। भारत देश में विश्व का 9 फीसदी कोयला निकाला जाता है। जिसमें बिटुमिन का पर्शेंटेज कम है।
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8 hours ago