बीते वित्त वर्ष भारत का खाद्यतेल डीओसी निर्यात 21 प्रतिशत घटकर 12,171 करोड़ रुपये पर

बीते वित्त वर्ष भारत का खाद्यतेल डीओसी निर्यात 21 प्रतिशत घटकर 12,171 करोड़ रुपये पर

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  • Publish Date - April 18, 2025 / 08:27 PM IST,
    Updated On - April 18, 2025 / 08:27 PM IST

नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) पिछले वित्त वर्ष में भारत का खाद्यतेल डी-आयल्ड केक (डीओसी) का निर्यात 21 प्रतिशत घटकर 12,171 करोड़ रुपये रहा। इसका मुख्य कारण बिक्री मात्रा में 11 प्रतिशत की गिरावट है।

खाद्य तेल उद्योग निकाय एसईए ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि मात्रा के हिसाब से वित्त वर्ष 2024-25 में खाद्यतेल डीओसी का कुल निर्यात 11 प्रतिशत घटकर 43,42,498 टन रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 48,85,437 टन था।

इसका मुख्य कारण रेपसीड डीओसी और अरंडी डीओसी के निर्यात में कमी आना है।

एसईए के कार्यकारी निदेशक बी वी मेहता ने कहा कि मूल्य के संदर्भ में, निर्यात वित्त वर्ष 2024-25 में 21 प्रतिशत घटकर 12,171 करोड़ रुपये का रह गया, जो पिछले वर्ष 15,368 करोड़ रुपये का हुआ था।

राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद बांग्लादेश, भारतीय खाद्यतेल डीओसी का सबसे बड़ा आयातक बन गया है। भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में बांग्लादेश को 7.42 लाख टन डीओसी निर्यात किया, जो पिछले वर्ष के 8,92,659 टन से 17 प्रतिशत कम है।

दक्षिण कोरिया भारतीय खाद्यतेल डीओसी का दूसरा सबसे बड़ा आयातक बन गया। भारत ने पिछले वित्त वर्ष में 6.99 लाख टन खाद्यतेल डीओसी का निर्यात किया, जो वित्तवर्ष 2023-24 से 16 प्रतिशत कम है।

थाईलैंड भारतीय खाद्यतेल डीओसी का तीसरा सबसे बड़ा आयातक बन गया। उसने वित्त वर्ष 2024-25 में 4.48 लाख टन खाद्यतेल डीओसी का आयात किया, जो पिछले वर्ष के 6,32,734 टन से 25 प्रतिशत कम है।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण