नयी दिल्ली, 30 अगस्त (भाषा) इंडसइंड बैंक समेत अमेरिकी संपत्ति प्रबंधन कंपनी ऑकट्री कैपिटल, टॉरेंट ग्रुप और बी-राइट ग्रुप ने कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (आरसीएल) के अधिग्रहण के लिए बोलियां जमा कर दी हैं। सूत्रों से यह जानकारी मिली है।
सूत्रों के अनुसार, आठ अलग-अलग क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी के लिए ये बोलियां 4,000 करोड़ रुपये के दायरे में हैं।
रिलायंस कैपिटल के लिए बोलियां जमा करने की अंतिम तिथि 29 अगस्त को समाप्त हो गई थी। इस समयसीमा को पांच बार बढ़ाया गया था।
आरसीएल के लिए शुरुआत में 54 कंपनियों ने रुचि दिखाई थी लेकिन दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत केवल चार ने ही बोलियां जमा की हैं।
बोलीदाताओं को दो विकल्प पेश किये गए थे। पहले विकल्प में बोलीदाताओं को समूची आरसीएल के लिए बोलियां जमा करने की आवश्यकता थी। जबकि दूसरे के तहत वे कंपनी के विशेष कार्यक्षेत्रों के लिए बोली लगा सकते थे।
सूत्रों ने बताया कि पीरामल ग्रुप, ज्यूरिख रे और अमेरिकी के निजी इक्विटी कोष एडवेंट ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के कारोबार के लिए बोली लगाई है।
उन्होंने बताया कि रिलायंस निप्पन लाइफ इंश्योरेंस कारोबार के लिए कोई बोली नहीं मिली है।
वहीं, जिंदल स्टील एंड पावर और यूवी एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने आरसीएल के संपत्ति पुनर्गठन कारोबार के लिए बोलियां जमा की हैं।
आरसीएल ने मंगलवार को शेयर बताया कि कंपनी की ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) की 17वीं बैठक मंगलवार को हुई। कंपनी के प्रशासक ने सीओसी को दावों की स्थिति, सीआईआरपी प्रक्रिया की स्थिति, कंपनी के संचालन की चिंता के बारे में ताजा जानकारी से अवगत कराया है।
भाषा जतिन अजय
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