वैध प्रमाणपत्र के बगैर एयर इंडिया के विमान के उड़ान भरने की जांच शुरूः डीजीसीए
वैध प्रमाणपत्र के बगैर एयर इंडिया के विमान के उड़ान भरने की जांच शुरूः डीजीसीए
नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) विमानन नियामक डीजीसीए ने एयर इंडिया के एक ए320 नियो विमान को उड़ान भरने के वैध प्रमाणपत्र (एआरसी) के बैगर ही आठ उड़ानों पर संचालित किए जाने की घटना की जांच शुरू कर दी है।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस घटना में शामिल रहे सभी कर्मचारियों को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया है और संबंधित विमान को तुरंत खड़ा करने के भी निर्देश दिए हैं।
एआरसी वह वार्षिक प्रमाणपत्र है, जो किसी विमान के रखरखाव की स्थिति, रिकॉर्ड और सभी सुरक्षा मानकों की समीक्षा के बाद जारी किया जाता है।
एयर इंडिया ने 26 नवंबर को डीजीसीए को सूचित किया था कि एआरसी के बगैर ही यह विमान आठ वाणिज्यिक उड़ानों पर गया था। नियमों के तहत एयर इंडिया को किसी विमान को एआरसी जारी करने की अनुमति है।
घटना में शामिल विमान पूर्ववर्ती एयरलाइन विस्तारा के बेड़े का हिस्सा था। इस एयरलाइन का नवंबर 2024 में एयर इंडिया में विलय हो गया था।
डीजीसीए ने एक बयान में कहा कि विस्तारा-एयर इंडिया विलय के बाद एआरसी के नवीनीकरण की पहली प्रक्रिया वह खुद संचालित कर रहा है। कुल 70 विमान इस दायरे में आते हैं, जिनमें से 69 विमानों के प्रमाणपत्र पहले ही जारी किए जा चुके हैं।
नियामक के निर्देश पर एयर इंडिया ने भी घटना की आंतरिक जांच शुरू की है, ताकि व्यवस्था में हुई चूक की पहचान की जा सके और भविष्य में ऐसी गलतियों को रोका जा सके।
डीजीसीए ने कहा कि इस विमान के एआरसी का नवीनीकरण अब प्रक्रिया में है और सुरक्षा से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
रमण

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