असम में निवेश के अवसर, चाय व्यापार, पर्यटन की संभावनाओं को न्यूयॉर्क में किया गया प्रदर्शित

असम में निवेश के अवसर, चाय व्यापार, पर्यटन की संभावनाओं को न्यूयॉर्क में किया गया प्रदर्शित

असम में निवेश के अवसर, चाय व्यापार, पर्यटन की संभावनाओं को न्यूयॉर्क में किया गया प्रदर्शित
Modified Date: July 4, 2025 / 12:36 pm IST
Published Date: July 4, 2025 12:36 pm IST

गुवाहाटी, चार जुलाई (भाषा) असम के व्यापार और पर्यटन की संभावनाओं में निवेश के अवसरों को न्यूयॉर्क में उद्योग जगत के लोगों के समक्ष पेश किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

इस दौरान असम चाय पर एक विशेष बी2बी (व्यापार से व्यापार) क्रेता-विक्रेता बैठक आयोजित की गई।

अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक खाते पर दोनों कार्यक्रमों की मेजबानी करने की जानकारी दी।

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उसने लिखा, ‘‘ न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने असम में व्यापार एवं निवेश के अवसरों पर अमेरिका-भारत सामरिक साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के साथ गोलमेज सम्मेलन की मेजबानी की।’’

अमेरिका-भारत सामरिक साझेदारी मंच, एक गैर-सरकारी संगठन है जो भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

‘एक्स’ पर दी जानकारी के अनुसार, असम के मुख्य सचिव रवि कोटा और महावाणिज्य दूत बिनया एस. प्रधान ने बैठक में उद्योग जगत के लोगों के साथ अपने विचार साझा किए।

इसमें कहा गया, ‘‘ कार्यक्रम में व्यापार, पर्यटन और निवेश में असम की अपार संभावनाओं पर बात की गई। इसमें शेफ विकास खन्ना को बैठक में शामिल होने और अपने विचार साझा करने के लिए धन्यवाद दिया गया।’’

‘एक्स’ पर जानकारी दी गई, ‘‘ असम चाय के 200 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने अमेरिका के प्रमुख चाय खरीदारों के साथ असम चाय के प्रमुख उत्पादकों एवं आपूर्तिकर्ताओं के लिए बैठक आयोजित की।’’

कोटा और वाणिज्य दूत (व्यापार) ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और असम चाय की विशेषताओं और विवरण की जानकारी दी।

भारतीय चाय संघ के सचिव अरिजीत राहा ने भारत-अमेरिका चाय व्यापार के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य की जानकारी दी और सभी भारतीय चाय कंपनियों का परिचय कराया।

उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ चाय चखने के सत्र भी आयोजित किए गए, जहां चाय विशेषज्ञों ने उपस्थित लोगों को चाय के बारे में बताया…।’’

भाषा निहारिका मनीषा

मनीषा


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