आईओसी ने गुयाना से तेल खरीदा, अमेरिकी कच्चे तेल की खरीद के लिए करार किया

आईओसी ने गुयाना से तेल खरीदा, अमेरिकी कच्चे तेल की खरीद के लिए करार किया

आईओसी ने गुयाना से तेल खरीदा, अमेरिकी कच्चे तेल की खरीद के लिए करार किया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:50 pm IST
Published Date: July 2, 2021 3:28 pm IST

नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) भारत की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोशन (आईओसी) ने अपने कच्चे तेल आयात में विविधता लाने की कोशिशों के तहत गुयाना से पहली बार कच्चा तेल खरीदा है और अमेरिका से 30 लाख टन कच्चे तेल की खरीद के लिए एक अनुबंध किया है।

आईओसी के चेयरमैन श्रीकांत एम वैद्य ने कहा, ‘हमने विविधता लाने के लिए स्वेजमैक्स गुयानी लिजा कच्चा तेल खरीदा है और साथ ही अमेरिका से 30 लाख टन कच्चे तेल की खरीद के लिए एक अनुबंध किया है।’

उन्होंने कहा कि आईओसी गुयानी कच्चा तेल खरीदने वाली भारत की सावर्जनिक क्षेत्र की पहली पेट्रोलियम कंपनी है। कंपनी गुयानी कच्चा तेल ओडिशा के पारादीप रिफाइनरी ला रही है।

 ⁠

इससे पहले मार्च में एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड ने लाखों बैरल लिजा ग्रेड का कच्चे तेल खरीदा था। एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और स्टील उद्योगपति एल एन मित्तल के बीच एक संयुक्त उपक्रम है।

भारत गुयाना जैसे देशों से कच्चे तेल की खरीद कर अपने स्रोतों में विविधता लाना चाहता है। इसकी मुख्य वजह इस साल मार्च में ओपेक और उसके सहयोगी देशों यानी ओपेक+ द्वारा कच्चे तेल की आपूर्ति में ढील की अपील की अनदेखी करना है जिसकी वजह से तेल की वैश्विक कीमतें बढ़ गयी थीं।

भारत दुनिया में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और आयातक है। वह अपनी तेल की जरूरतों का करीब 85 प्रतिशत हिस्सा आयात से पूरा करता है। पारंपरिक रूप से पश्चिम एशिया के देश उसके आपूर्तिकर्ता रहे हैं।

गुयाना का उत्पादन अगले चार वर्षों में 8,00,000 बैरल प्रति दिन हो जाएगा।

यह सहयोग सफल रहने पर आईओसी और लिजा कच्चे तेल खरीद सकती है।

भाषा प्रणव अजय

अजय


लेखक के बारे में