जून तिमाही की वृद्धि दर उत्साहजनक, भारत अब वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति देने वाली ताकत :उद्योग
जून तिमाही की वृद्धि दर उत्साहजनक, भारत अब वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति देने वाली ताकत :उद्योग
नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा) उद्योग जगत ने वैश्विक चुनौतियों के बावजूद चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने उत्साहजनक बताते हुए कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति देने वाली ‘प्रमुख ताकत’ बन गया है।
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार कृषि और सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश की आर्थिक वृद्धि दर (जीडीपी) चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 7.8 प्रतिशत रही है। यह पिछली चार तिमाहियों में सबसे ऊंची वृद्धि दर है।
उद्योग मंडल एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) पर अपने बयान में कहा, ‘‘भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को चलाने में एक बड़ी ताकत बन गया है। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 7.8 प्रतिशत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर निश्चित रूप से दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को भारत से ईर्ष्या करने पर मजबूर करेगी।’’
उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिवेश को देखते हुए भारत लंबे समय तक दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में से एक होने की अपनी स्थिति को बरकरार रखने के लिए तैयार है।’’
सूद ने कहा, ‘‘…भारत की विकास गाथा निरंतर दो स्तंभों पर मजबूती से खड़ी है। एक तरफ मांग बनी हुई है जबकि परिचालन क्षमता और नई क्षमताओं को जोड़ने के साथ आपूर्ति को बढ़ाया जा रहा है।’’
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘‘हालांकि, पहली तिमाही में सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से 7.8 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि दर पिछली चार तिमाहियों के उच्चस्तर पर है लेकिन यह हमारे 8.5 प्रतिशत के अनुमान से कम है।’’
उन्होंने कहा कि अनुमान से कम जीडीपी वृद्धि दर का कारण विनिर्माण क्षेत्र का कमजोर प्रदर्शन है।
आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र में जीवीए जून तिमाही में घटकर 4.7 प्रतिशत रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 6.1 प्रतिशत था।
सैमटेल एवियोनिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा उद्योग मंडल सीआईआई दिल्ली राज्य परिषद के चेयरमैन पुनीत कौरा ने बयान में कहा, ‘‘मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन का श्रेय मुख्यतः सेवा और कृषि क्षेत्र को जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सतत आधार पर उच्च वृद्धि दर को सुनिश्चित करने के लिए सरकार को एमएसएमई क्षेत्र पर ध्यान देने की जरूरत है…।’’
भाषा रमण अजय
अजय

Facebook



