दुनिया भर में माइक्रोसॉफ्ट के प्रौद्योगिकी व्यवधान से एयरलाइन, वित्तीय सेवाएं प्रभावित

दुनिया भर में माइक्रोसॉफ्ट के प्रौद्योगिकी व्यवधान से एयरलाइन, वित्तीय सेवाएं प्रभावित

दुनिया भर में माइक्रोसॉफ्ट के प्रौद्योगिकी व्यवधान से एयरलाइन, वित्तीय सेवाएं प्रभावित
Modified Date: July 19, 2024 / 08:41 pm IST
Published Date: July 19, 2024 8:41 pm IST

नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) माइक्रोसॉफ्ट से संबंधित तीसरे पक्ष के सॉफ्टवेयर मंच के ‘अपडेट’ की वजह से विंडोज संचालित उपकरणों के प्रभावित होने से शुक्रवार को भारत सहित दुनियाभर में प्रौद्योगिकी संबंधी व्यवधान का सामना करना पड़ा।

इस व्यवधान से विमानन, मीडिया एवं वित्तीय सेवाएं प्रभावित हुईं तथा कई अन्य कंपनियों का कामकाज भी प्रभावित हुआ। साथ ही कुछ कंपनियों के सॉफ्टवेयर पर निर्भरता की सीमाएं भी उजागर हुईं।

साइबर सुरक्षा कंपनी ‘क्राउडस्ट्राइक’ के अनुसार माना जा रहा है कि इस समस्या की वजह कोई सुरक्षा गड़बड़ी या साइबर हमला नहीं है।

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माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह तीसरे पक्ष के सॉफ्टवेयर मंच के ‘अपडेट’ की वजह से विंडोज संचालित उपकरणों के प्रभावित होने की समस्या से अवगत है।

कई घंटे तक संकट बने रहने के बाद प्रौद्योगिकी कंपनी ने कहा है कि वह धीरे-धीरे माइक्रोसॉफ्ट 365 ऐप और सेवाओं तक पहुंच को प्रभावित करने वाली समस्या को ठीक कर रही है।

इस संकट से भारत में एयरलाइन परिचालन बाधित हुआ, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए।

कई एयरलाइन कंपनियों ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर बयान जारी कर कहा कि वे मैनुअल ढंग से चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रिया का पालन कर रही हैं। उन्होंने तकनीकी समस्याओं के कारण देरी होने की जानकारी दी।

इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा को अपने नेटवर्क पर ऑनलाइन चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं में व्यवधान का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें ‘ऑफलाइन’ माध्यम से काम करना पड़ा।

नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए ‘ऑफलाइन’ माध्यम से स्थिति को सक्रियता से संभालने में लगे हुए हैं।

इंडिगो ने ‘एक्स’ पर कहा, “हमारे सिस्टम फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट के व्यवधान की वजह से प्रभावित हैं जिसका असर अन्य कंपनियों पर भी पड़ रहा है। इस दौरान बुकिंग, चेक-इन, बोर्डिंग पास तक पहुंच और कुछ उड़ानें भी प्रभावित हो सकती हैं।”

किफायती एयरलाइन अकासा ने कहा, “हमारे सेवा प्रदाता के साथ बुनियादी ढांचे से जुड़ी समस्याओं के कारण बुकिंग, चेक-इन और बुकिंग प्रबंधन सेवाओं सहित कुछ ऑनलाइन सेवाएं अस्थायी रूप से अनुपलब्ध रहेंगी। फिलहाल हम हवाई अड्डों पर ‘ऑफलाइन’ चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं।”

स्पाइसजेट ने कहा कि वह अपने सेवा प्रदाता के साथ तकनीकी चुनौतियों का सामना कर रही है, जिससे बुकिंग, चेक-इन और बुकिंग कार्यक्षमताओं के प्रबंधन सहित ऑनलाइन सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। ऐसी स्थिति में एयरलाइन ने सभी हवाई अड्डों पर ‘ऑफलाइन’ चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इस व्यवधान के कारण रायपुर में इंडिगो एयरलाइंस की कम से कम नौ उड़ानें रद्द कर दी गईं। एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता आने-जाने वाली कम से कम 25 उड़ानें रद्द कर दी गयी हैं। चेन्नई हवाई अड्डे पर नियमित यात्री सेवा गतिविधियां बाधित हुईं।

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उनका मंत्रालय माइक्रोसॉफ्ट के संपर्क में है और एनआईसी नेटवर्क व्यवधान से प्रभावित नहीं है।

सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर वैष्णव ने कहा कि इस व्यवधान का कारण पहचान लिया गया है और इस मुद्दे को हल करने के लिए ‘अपडेट’ जारी किए गए हैं।

सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत गठित कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल सर्ट-इन ने ‘क्राउडस्ट्राइक अपडेट’ की वजह से माइक्रोसॉफ्ट सेवाओं में आई रुकावट पर एक सलाह जारी करते हुए इसे ‘गंभीर’ समस्या बताया है।

सर्ट-इन ने अपनी सलाह में कहा, ‘यह बताया गया है कि क्राउडस्ट्राइक एजेंट ‘फाल्कन सेंसर’ से संबंधित विंडोज होस्ट को व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है और हाल ही में आए अपडेट के कारण विंडोज क्रैश हो जा रहा है। संबंधित विंडोज सिस्टम को फाल्कन सेंसर से संबंधित ‘ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (बीएसओडी)’ का सामना करना पड़ रहा है।’

माइक्रोसॉफ्ट संकट से भारतीय बैंक और भुगतान प्रणाली अप्रभावित रहे। हालांकि इस संकट से दुनिया भर में वित्तीय सेवा कंपनियां प्रभावित हुईं।

एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”हम सब ठीक हैं।” उन्होंने संकट से परिचालन पर प्रभाव के बारे में पूछने पर यह बात कही।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दिलीप असबे ने कहा कि कुल मिलाकर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस सहित देश की भुगतान प्रणाली अप्रभावित रही है।

निजी क्षेत्र के बड़े बैंकों में शामिल एचडीएफसी बैंक ने भी कहा कि संकट का उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

एचडीएफसी बैंक में सूचना प्रौद्योगिकी के समूह प्रमुख रमेश लक्ष्मीनारायणन ने कहा, ”हमारी प्रणाली वैश्विक संकट से अप्रभावित हैं। बैंकिंग परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।”

आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक के अधिकारियों ने भी कहा कि उनकी प्रणाली ठीक काम कर रही है और संकट का कोई प्रभाव नहीं है।

दो प्रमुख भारतीय शेयर बाजारों एनएसई और बीएसई ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट सेवाओं में रूकावट से उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

एनएसई के प्रवक्ता ने बयान में कहा, “एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और एनसीएल (एनएसई क्लियरिंग लिमिटेड) आज सामान्य रूप से काम कर रहे हैं।”

बीएसई के एक प्रवक्ता ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट में समस्या के कारण एक्सचेंज पर कोई असर नहीं पड़ा है। परिचालन सामान्य रूप से चल रहा है।

वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि देश के 10 बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के कामकाज में मामूली व्यवधान पैदा हुआ, जिसे या तो हल कर लिया गया या समाधान किया जा रहा है।

रिजर्व बैंक ने इस समस्या पर जारी एक बयान में कहा कि उसने अपनी विनियमित संस्थाओं पर इस व्यापक तकनीकी व्यवधान के प्रभाव का आकलन किया है।

इस संकट ने 5पैसा, आईआईएफएल सिक्योरिटीज और एंजेल वन सहित कई ब्रोकरेज को प्रभावित किया। व्यापक वैश्विक कंप्यूटर संकट से प्रभावित अन्य ब्रोकर में मोतीलाल ओसवाल और एडलवाइस म्यूचुअल फंड शामिल हैं।

देश की अग्रणी वाहन विनिर्माता मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम के वैश्विक व्यवधान के कारण वह आंशिक रूप से प्रभावित हुई और उत्पादन एवं वाहनों की आपूर्ति कुछ समय के लिए बाधित हुई।

हालांकि मारुति सुजुकी ने कहा कि वह इस व्यवधान से निकलते हुए अपना परिचालन फिर से शुरू करने में सक्षम रही है।

माइक्रोसॉफ्ट 365 ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि कंपनी प्रभावित ट्रैफिक को वैकल्पिक प्रणालियों पर भेजने के लिए काम कर रही है ताकि अतिशीघ्रता से प्रतिकूल प्रभाव को कम किया जा सके।

इस समस्या ने माइक्रोसॉफ्ट 365 ऐप और सेवाओं को प्रभावित किया।

माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता ने कहा, ”हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।”

इंटरनेट रुकावटों पर नजर रखने वाली वेबसाइट डाउनडिटेक्टर ने बताया कि वीजा, एडीटी सिक्योरिटी और अमेजन के साथ ही अमेरिकन एयरलाइंस और डेल्टा समेत विभिन्न एयरलाइन के कामकाज में व्यवधान देखा गया।

ऑस्ट्रेलिया में समाचार संस्थानों ने बताया कि एयरलाइंस, दूरसंचार सेवाओं, बैंक और मीडिया संस्थानों में कंप्यूटर सिस्टम पर कामकाज नहीं हो पा रहा है।

अमेरिकी, ब्रिटेन और यूरोप की एयरलाइनों ने समस्याएं होने की शिकायत कीं तथा न्यूजीलैंड के कुछ बैंकों ने कहा कि उनका कामकाज प्रभावित हुआ है।

न्यूजीलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री डेविड सेमोर ने कहा कि देश के अधिकारी वैश्विक समस्या के ‘संभावित प्रभावों को समझने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।”

सीमोर ने लिखा, “मुझे अभी तक ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है जिससे पता चले कि ये मुद्दे दुर्भावनापूर्ण साइबर सुरक्षा गतिविधि से संबंधित हैं।”

इजराइल के साइबर निदेशालय ने कहा कि इजराइल भी वैश्विक समस्या से प्रभावित हुआ है और इसका कारण क्राउडस्ट्राइक की समस्या है। इस समस्या ने वहां डाकघरों और अस्पतालों को भी प्रभावित किया है।

अमेरिका में एफएए ने कहा कि यूनाइटेड, अमेरिकन, डेल्टा और एलीगेंट समेत सभी एयरलाइन का संचालन बंद हो गया है।

कंप्यूटर संबंधी समस्याओं के कारण यूनाइटेड किंगडम में एयरलाइंस, रेलवे और टेलीविजन स्टेशन बाधित हो रहे हैं। बजट एयरलाइन सेवा रेयानएयर, ट्रेन सेवा ट्रांसपेनिन एक्सप्रेस व गोविया थेम्सलिंक रेलवे और ‘स्काई न्यूज’ में भी कामकाज प्रभावित हुआ है।

रेयानएयर ने कहा, ‘हम फिलहाल प्रौद्योगिकी में व्यवधान के कारण पूरे नेटवर्क में दिक्कतों का सामना कर रहे हैं, जो हमारे नियंत्रण से बाहर है। हम सभी यात्रियों को सलाह देते हैं कि वे अपने निर्धारित प्रस्थान समय से कम से कम तीन घंटे पहले हवाई अड्डे पर पहुंचें।’

एडिनबर्ग एयरपोर्ट ने कहा कि सिस्टम में खराबी के कारण प्रतीक्षा समय सामान्य से अधिक हो गया है। लंदन के स्टैनस्टेड एयरपोर्ट ने कहा कि कुछ एयरलाइन चेक-इन सेवाएं मैन्युअल रूप से पूरी की जा रही हैं, लेकिन फिलहाल उड़ानों का संचालन नहीं किया जा रहा है।

एम्स्टर्डम के शिफोल हवाई अड्डे ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि इस व्यवधान का उड़ानों पर ‘व्यापक असर’ पड़ रहा है।

जर्मनी में, बर्लिन हवाई अड्डे ने शुक्रवार सुबह कहा कि “तकनीकी खराबी के कारण, चेक-इन में देरी होगी।”

रोम के लियोनार्दो दा विंची हवाई अड्डे पर अमेरिका जाने वाली कुछ उड़ानों में देरी हुई, जबकि अन्य पर कोई असर नहीं पड़ा।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण


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