भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का प्रहार, 3.38 लाख कंपनियों के बैंक खाते सील, बैंक फ्राड के 2111 आरोपियों पर आरोप तय

भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का प्रहार, 3.38 लाख कंपनियों के बैंक खाते सील, बैंक फ्राड के 2111 आरोपियों पर आरोप तय

भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का प्रहार, 3.38 लाख कंपनियों के बैंक खाते सील, बैंक फ्राड के 2111 आरोपियों पर आरोप तय
Modified Date: November 29, 2022 / 07:46 pm IST
Published Date: March 4, 2020 2:22 pm IST

नई दिल्ली। राज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि मोदी सरकार ने फाइनेंशियल सिस्टम में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए देश की 3.38 लाख निष्क्रिय कंपनियों के बैंक खातों पर रोक लगा दी है। साथ ही बैंकों में धोखाधड़ी करने वालों पर सीबीआई ने 626 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से 2,111 आरोपियों पर आरोप तय किए गए हैं। सीबीआई ने यह कार्रवाई वित्तीय वर्ष 2016-17 से इस साल 31 जनवरी तक की है।

ये भी पढ़ें: भारत में Bitcoin पर से प्रतिबंध हटा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सभी बैंक…

बैंकों में फ्रॉड रोकने के लिए सरकार की ओर से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को एडवायजरी भी जारी की गई है। जिनमें 50 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लेने वाली कंपनियों के प्रमोटरों और डायरेक्टरों व अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं के पासपोर्ट की प्रमाणित कॉपी जमा करवाने को कहा गया है। आरबीआई (RBI) के निर्देशों के मुताबिक जान-बूझकर डिफॉल्टरों होने वालों की तस्वीरें प्रकाशित की जाएं।

 ⁠

ये भी पढ़ें: सोने-चांदी की कीमतों में आया बड़ा बदलाव, जानिए क्या है आज सोने का प…

वहीं यह भी निर्देश दिया गया है कि बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों के रोटेशनल ट्रांसफर को सख्ती से लागू किया जाए। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के पास लुक-आउट सर्कुलर जारी करने का अधिकार देने का अनुरोध किया गया है। ऑडिट की गुणवत्ता तय करने के लिए राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण नाम की एक एजेंसी बनाई गई है।

ये भी पढ़ें: PNB सहित इन 10 सरकारी बैंकों का होगा विलय, मोदी कैबिनेट ने दी मंजूर…

वहीं राज्यसभा सांसद संजय सेठ के एक सवाल के जवाब में वित्‍त राज्‍य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया सीबीआई ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 801 अधिकारियों व स्टाफ पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी। सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की अपनी नीति पर चलते हुए भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए कई उपाय किए हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com