एनबीएफसी का ग्राहकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार होः आरबीआई डिप्टी गवर्नर

एनबीएफसी का ग्राहकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार होः आरबीआई डिप्टी गवर्नर

एनबीएफसी का ग्राहकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार होः आरबीआई डिप्टी गवर्नर
Modified Date: April 10, 2025 / 08:43 pm IST
Published Date: April 10, 2025 8:43 pm IST

चेन्नई, 10 अप्रैल (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) से ग्राहकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करने और आसानी से समझ में आने वाली कीमतें सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

स्वामीनाथन ने एनबीएफसी क्षेत्र पर आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि एनबीएफसी को वित्तीय समावेशन का वादा पूरा करने के लिए ग्राहकों के साथ सम्मान, पारदर्शिता और उचित तरीके से पेश आना चाहिए।

उन्होंने कुछ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा कर्जों से जुड़े जोखिम का समुचित ध्यान न रखने, ऊंची ब्याज दरों और आक्रामक वसूली प्रथाओं जैसे कारोबारी मॉडल को ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए इस पर चिंता जताई।

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स्वामीनाथन ने 28 मार्च को आयोजित सम्मेलन में कहा कि वित्तीय समावेशन का उपयोग वित्तीय शोषण के बहाने के रूप में नहीं किया जा सकता है। उन्होंने एनबीएफसी से सभी तरह के आचरण में निष्पक्षता बनाए रखने का आग्रह भी किया।

उन्होंने निष्पक्ष आचरण को एनबीएफसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) और निदेशक मंडल की साझा जिम्मेदारी बताने के साथ ही कहा कि ग्राहक-केंद्रित संस्कृति को शीर्ष से संचालित किया जाना चाहिए।

आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने निदेशक मंडल की ऑडिट समिति (एसीबी) को संस्थागत निगरानी और वित्तीय स्वास्थ्य का मुख्य आधार बताते हुए नियमित बैठकें करने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।

स्वामीनाथन ने कहा, ‘‘हमारा साझा नजरिया एकदम स्पष्ट है। एनबीएफसी को बैंकिंग क्षेत्र का पूरक और गतिशील, समावेशी एवं विश्वसनीय होना चाहिए जो भारतीय अर्थव्यवस्था की बदलती जरूरतों को पूरा भी करे।’’

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय


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