नयी दिल्ली, दो अप्रैल (भाषा) जीन संवर्धित फसलों के खिलाफ संगठनों और व्यक्तियों का एक नेटवर्क, जीएम मुक्त भारत के लिए गठबंधन, ने शुक्रवार को विनियामक जीईएसी से महाराष्ट्र में बीटी बैंगन सहित संदिग्ध रूप से जीन संवर्धित (जीएम) फसलों की अवैध बुवाई के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
पर्यावरण मंत्रालय के तहत आने वाले जेनेटिक इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (जीईएसी) देश में जीएम फसलों के लिए नोडल विनियामक संस्था है।
जीईएसी को लिखे पत्र में, जीएम फ्री इंडिया के लिए गठबंधन ने कहा कि यह ध्यान में आया है कि महाराष्ट्र में जीएम बैंगन जैसे जीएम फसलों की अवैध खेती धड़ल्ले से की जा रही है। गठबंधन ने कहा, ‘‘हम सर्वोच्च विनियामक निकाय जीईएसी से तुरंत यह सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं कि कोई भी ऐसी अवैध खेती न हो जो इस मामले पर कानूनी व्यवस्था का खुला उल्लंघन कर रही हो।’’
इसने कहा कि जीईएसी को ऐसे खेतों को तत्काल उजाड़ने के निर्देश देना चाहिए जहां ऐसी गैरकानूनी खेती पकड़ी जाए।उनकी यह भी मांग है कि नमूनों के परीक्षण किए जाएं ताकि बीज आपूर्ति प्रणाली का पूरी तरह से पता लगाया जा सके और इसके लिए डेवलपर्स के साथ साथ बीज आपूर्तिकर्ताओं को उत्तरदायी ठहराया जाये।
पत्र की एक प्रति पर्यावरण और कृषि मंत्रालयों को भी भेजी गई है।
भाषा राजेश राजेश मनोहर
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