नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने मंगलवार को कहा कि वह दिल्ली-एनसीआर में और उसके आसपास के राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे मियावाकी पद्धति से पेड़ लगाएगा।
मियावाकी पद्धति पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर बनाने और वनीकरण को बढ़ावा देने का जापानी तरीका है। इस पद्धति का उद्देश्य कम समय में घने, देशी और जैव विविधता वाले वन क्षेत्र तैयार करना है।
बयान में कहा गया, ‘‘राष्ट्रीय राजमार्गों पर हरियाली बढ़ाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभिन्न स्थानों पर मियावाकी वृक्षारोपण की अनूठी पहल करेगा।’’
बयान के मुताबिक, मियावाकी वृक्षारोपण के लिए दिल्ली-एनसीआर में और उसके आसपास विभिन्न स्थानों पर कुल 53 एकड़ से अधिक भूमि क्षेत्र की पहचान की गई है।
मियावाकी वृक्षारोपण के लिए प्रस्तावित कुछ स्थलों में द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड पर 4.7 एकड़ जमीन, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-वडोदरा खंड पर सोहना के पास 4.1 एकड़ जमीन, हरियाणा में अंबाला-कोटपुतली गलियारे के एनएच 152डी पर चाबरी और खरखरा इंटरचेंज पर लगभग पांच एकड़ जमीन शामिल हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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